निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक एक वाक्य में लिखिए●●●●◆
प्रश्न-1 शिशुपाल ने अपने घर का दरवाजा क्यों खोल दिया?
उत्तर-1 एक अतिथि को शाम के अंधेरे में आश्रय के लिए आया देखकर शिशुपाल ने अपने घर का दरवाजा खोल दिया।

प्रश्न-2 अपराधी का पता चलने पर शिशुपाल ने क्या किया?
उतर-2 अपराधी का पता चलने पर शिशुपाल ने सम्राट अशोक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया।

प्रश्न-3 शिशुपाल किस अवसर की तलाश में था?
उतर-3 शिशुपाल सच्चा न्याय कैसा होता है यह दिखाने के अवसर की तलाश में था।

प्रश्न-4 न्याय के विषय में शिशुपाल के क्या विचार थे?
उतर-4 शिशुपाल मानता था कि न्याय ऐसा हो कि कोई अन्याय और अपराध करने का साहस न कर सके।

प्रश्न-5 सम्राट अशोक ने शिशुपाल को राजमुद्रा क्यों दी?
उतर-5 सम्राट अशोक ने शिशुपाल को न्याय मंत्री के पद पर नियुक्ति के रूप में राजमुद्रा दी ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो या तीन वाक्य में लिखिए●●●●●●●
प्रश्न-1 परदेसी शिशुपाल की किस बात से सहमत नहीं हुआ?
उतर-1 शिशुपाल ने परदेसी से कहा कि सम्राट अशोक के शासन में चारों तरफ अन्याय हो रहा है शिशुपाल की इस बात से परदेसी सहमत नहीं हुआ ।

प्रश्न-2 न्याय मंत्री ने वांट में क्या निर्णय दिया?
उतर-2 न्याय मंत्री ने सम्राट को फांसी की सजा दी परंतु उनके स्थान पर सोने की मूर्ति को फांसी पर लटका देने का आदेश दिया।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पांच या छे वाक्य में लिखिए।●●●●●
प्रश्न-1 सम्राट अशोक ने न्याय मंत्री का पद देते हुए शिशुपाल को क्या दिया?
उतर-1 सम्राट अशोक को एक सुयोग्य न्याय मंत्री की आवश्यकता थी।
     सम्राट अशोक ने शिशुपाल को अपने दरबार में बुलाया उन्होंने शिशुपाल से कहा कि मैं आपको न्याय करने का अवसर देना चाहता हूं शिशुपाल भी इस अवसर के लिए तैयार था यह जानकर सम्राट ने उन्हें न्यायमंत्री बनाया और पहचान के लिए उसे राजमुद्रा दी।

प्रश्न-2 सम्राट अशोक क्यों गदगद हो गए?
उतर -2 सम्राट अशोक ने शिशुपाल को न्याय का असली रूप दिखाने का अवसर दिया था उन्होंने देखा कि शिशुपाल न्याय की कसौटी पर खरा उतरा था हत्यारे सम्राट के प्रति उसने जरा भी नरम रुख नहीं अपनाया उसने अपराधी सम्राट को मृत्युदंड देने की घोषणा दी दंड देते समय शिशुपाल ने जरा भी हिचकिचाहट नहीं दिखाई अपने साहस पूर्ण और निष्पक्ष व्यवहार से उसने सम्राट का दिल जीत लिया। 
      इस प्रकार न्याय मंत्री के रूप में शिशुपाल को सफल होते देखकर सम्राट अशोक गदगद हो गए ।

प्रश्न-3 न्याय मंत्री निरुत्तर क्यों हो गए?
उतर-3  शिशुपाल न्याय मंत्री की कसौटी पर खरे उतरे थे सम्राट अशोक ऐसे व्यक्ति को पाकर गदगद हो गए लोगों ने भी शिशुपाल का न्याय सुनकर उसकी जय जयकार की परंतु शिशुपाल को लगा कि न्याय मंत्री की जिम्मेदारी उनसे नहीं संभली जाएगी उन्होंने सम्राट से राजमुद्रा वापस लेने की प्रार्थना की परंतु अशोक ने कहा कि उन्होंने अपने न्याय पूर्ण व्यवहार से उनकी आंखें खोल दी है यह जिम्मेदारी उनके सिवाय और कोई नहीं उठा सकता ।
     इस प्रकार सम्राट के इस आग्रह को देखकर न्याय मंत्री निरुत्तर हो गए।