5 नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दो या तीन वाक्य मे उत्तर लिखिए:
1 ईदगाह जाने से पहले लोग अपना काम क्यों पूरा कर लेना चाहते थे?
उत्तर : ईदगाह जाने से पहले ही लोग अपना काम पूरा कर लेना चाहते थे। क्योंकि ईदगाह जाने का रास्ता तीन कोस का था। तो जाकर आने में दोपहर हो जाती थी तो लोग थक जाते थे ।इसलिए........
2 अमीना का दिल क्यों कचोट रहा था?
उत्तर : गांव में बच्चे अपने-अपने बाप के साथ ईदगाह जा रहे थे। हामीद का बाप नहीं था तो उसे अकेले कैसे जाने दे। अमीना को लगता था कि उस भीड़ में बच्चा खो गया तो, उसे लगता था नन्ही सी जान तीन कोस कैसे चलेगा ।और उसके पैर में छाले पड़ जाएंगे। पैसे और जूते भी तो नहीं थे ।इसलिए.......
3 अमीना के पास कितने पैसे थे ?उसने हामीद को कितने पैसे दिए?
उत्तर : अमीना के पास पांच पैसे थे। उनमें से तीन पैसे उसने हामिद को दे दिए।
4 हामिद के दोस्तों ने क्या क्या खरीदा?
उत्तर : हामिद के दोस्तों में से महमूद ने सिपाही खरीदा। मोहसीन ने भिश्ती खरीदा। जिसकी कमर झुकी हुई ऊपर मशक रखे हुए हैं। मशक का मुंह एक हाथ से पकड़े हुए हैं। नूरे को वकील पसंद आया उसने वकील खरीदा। इस प्रकार हामिद के दोस्तों ने मिट्टी के खिलौने खरीदे।
5 हामिद ने मेले में से क्या खरीदा?क्यों?
उत्तर : हामिद ने मेले से लोहे का चिमटा खरीदा। क्योंकि चिमटे से उसकी दादी की उंगलिँयां नहीं जलेगी यह सोच कर उसने चिमटा खरीद लिया।
6 नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए:
1 हामीद का वर्णन कीजिए:
उत्तर : हामिद गरीब सूरत दुबला पतला लड़का था। जिसके पिता की हैजे के कारण मृत्यु हो गई थी। और फिर उसकी मां भी मर गई थी। यह अनाथ बालक था। और उसकी दादी के साथ रहता था पांव में जूते नहीं थे। सिर पर एक टोपी थी, जिसका गोटा काला पड़ गया था। फिर भी वह अत्यंत प्रसन्न रहता था। हामिद बहुत ही संतोषी बालक था। और उसकी सोच और विचार काफी अच्छे थे।
2 लोग ईदगाह जाने की तैयारी किस प्रकार कर रहे थे?
उत्तर : लोग ईदगाह जाने की तैयारी पूरे जोश से कर रहे थे। कोई अपने कुर्ते में बटन नहीं है तो पड़ोस में सुई धागा लेने दोड़ा जा रहा था। तो किसी के जूते कड़े हो गए थे, तो उनमें तेल डालने के लिए तेली के पास जा रहे हैं ।लोग जल्दी जल्दी बैलों को सानी और पानी दे देते हैं। और सभी अपना अपना काम जल्दी से पूरा कर रहे हैं। इस प्रकार लोग पूरे जोश के साथ ईदगाह जाने की तैयारी कर रहे थे।
3 ईदगाह जाने के रास्ते का वर्णन कीजिए:
उत्तर : ईदगाह में जाने में रास्ते में बहुत से पेड़ थे। और बड़ी-बड़ी इमारते थी। आगे चलते चलते अदालत, कॉलेज कलाघर आ रहे थे। वहां से आगे चले तो हलवाई ओ की दुकान शुरू हुई ।खूब सारी मिठाइयों से सजी हुई थी ।सभी दुकान है मिठाई से भरपूर थी ।इमली के घने वृक्ष की छांव में नमाज पढ़नी थी।
4 ईदगाह में नमाज की क्या विशेषता थी?
उत्तर : ईदगाह में नमाज पढ़ने की अच्छी व्यवस्था थी इमली के घने वृक्ष की छाया के नीचे पक्का फर्श है। जहां पर जाजिम बिछाई हुई है। रोजेदारों की पंक्तियां एक के पीछे एक न जाने कहां तक चली गई है। यहां कोई धनपद नहीं देखता। इन ग्रामीणों ने वजू किया एक सूत्र समस्त आत्माओं को एक ही कड़ी में पिरोए हुए हैं। इस तरह बहुत अच्छे संचालन के साथ नमाज की व्यवस्था की जाती है।
5 मेले का वर्णन कीजिए:
उत्तर : ईदगाह के मेले की जितनी तारीफ की जाए कम है। यहां पर हिंडोला है ,चरखी है और कई जगह पर लकड़ी के हाथी ऊंट छड़ों से लटके हुए हैं। एक पैसा देकर बैठ जाओ और 25 चकरो का का मजा लो। खिलौनों की दुकान है। इसमें मिट्टी के और अन्य खिलौने भी है। मिट्टी के खिलौने में गुजरिया, राजा, वकील,भिश्ती और धोबी है लगता है। जैसे अभी बोलना चाहते हैं। कहीं जगह मिठाई की दुकान है। जीसमें तरह-तरह की मिठाई या भी है। इस प्रकार मेले में बहुत आनंद और उल्लास का वातावरण है।
6 हामिद ने खिलौने क्यों नहीं खरीदे?
उत्तर : हामिद ने खिलौने नहीं खरीदें क्योंकि, वह अपने पैसों का सही इस्तेमाल करना चाहता था। वह चाहता था, कि कोई ऐसी चीज खरीदें क्यों घर पर भी काम आए और वह खेल भी सके। वह चाहता था कि खिलौने तो थोड़ी देर में पुराने हो जाएंगे या तो टूट जाएंगे। और इस से अच्छा है कि वह पैसा कोई अच्छी चीज वस्तु में डालें, ताकि वह चीज उसे बहुत काम आए।
इसलिए ....
7 चिमटा देखकर हामिद के साथियों ने क्या कहा?
उत्तर : चिमटा देखकर हामिद के साथियों ने जैसे ही चिमटे की तारीफ और उसे प्रत्यक्ष देखा, तो सभी साथी उसको कहने लगे कि ' हम अपना खिलौना तुम्हें देते हैं तुम भी अपना चिमटा हमें दे दो इस प्रकार सभी ने बारी बारी चीमटा मांगा।
8 हामिद में अपने सिमटे की क्या क्या विशेषताएं बताई?
उत्तर : हामीद ने अपने चिमटे की विशेषता बताते हुए कहा "यह भी खिलौना है ,इसे अभी कंधे पर रख दूंगा तो यह बंदूक का काम करेगा और हाथ में लिया तो फकीरों का चिमटा हो जाएगा। और चाहो तो मंजीरे का काम ले सकता हूं। खिलौना को जमीन पर गिराओ तो वह टूट जाएगा, लेकिन चिमटा चाहे जितनी बार जोर से गिराओ नहीं टूटेगा। इस प्रकार हामीद ने अपने चिमटे की ढेर सारी विशेषताएं बताई।
9 मोहसिन के भिश्ती का अंत किस प्रकार हुआ?
उत्तर : मोहसीन जैसे ही ईदगाह से घर पहुंचा तो उसकी छोटी बहन दौड़ कर आई, और मोहसीन के पास जो भिश्तीथा उसे छीन लिया। और मारे खुशी के उछली तो उसके हाथ से भिश्ती नीचे गिर गया और टूट गया।
10 घर पहुंच कर नूरे ने वकील का क्या किया और उसका अंत किस प्रकार हुआ?
उत्तर : नूरे जब वकील को लेकर घर गया तो, उसे लगा कि वकील जमीन पर या ताक पर नहीं बैठ सकते। यह सोच कर उसे दीवार में दो खुटिया गडकर उस पर एक लकड़ी का पटरा रखकर बिठाया गया। उसे लगा कि वकील को गर्मी ना लगे इसलिए वह बास के पंखे से उसे हवा देने लगा। उसी के मार से वकील गिर गया और उसका अंत हुआ।
11 हामीद के हाथ में चिमटा देखकर अमीना क्या सोचने लगी?
उत्तर : हामीद के हाथों में चिमटा देखकर अमीना बोली यह चिमटा कहां से लाया? जब हामिद ने बताया कि वह चिमटा मेले से खरीद कर आया है। तो अमीना सोचने लगी कैसा बच्चा है, सुबह से दोपहर तक ना कुछ खाया ना पिया और यह चिमटा उठा लाया।
12 बुड्ढी अम्मा का क्रोध स्नेह में क्यों बदल गया?
उत्तर : बुड्ढी अम्मा ने हामिद को चिमटा लाने पर डांट सुनाई, तो हामिद ने बड़े प्यार से उसे कहा कि "मैं आपके लिए यह चिमटा लाया हूं ताकि आपकी उंगलिँयां ना जले" यह सुनकर अमीना ने सोचा कैसा त्याग और कितना सद्भाव और विवेकी बालक है। यह सोच कर बूढ़ी अम्मा का क्रोध स्नेह बदल गया।
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