प्रकरण २ कच्छ की सैर
प्रश्न 4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए:
1.आपके द्वारा की गई ऐतिहासिक स्थल की मुलाकात के बारे में दस- बारह वाक्य लिखिए:
उत्तर: मैंने पिछले सप्ताह रानी की वाव की मुलाकात ली थी। यह बहुत ही सुंदर स्थल है। रानी की वाव एक जटिलता पूर्वक बनाई गई बावड़ी है। जो भारत में गुजरात के पाटन में स्थित है। यह बावड़ी सरस्वती नदी के किनारे पर स्थित है। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार इसका निर्माण सोलंकी साम्राज्य के संस्थापक मूलराज के बेटे भीमदेव प्रथम की याद में उनकी विधवा पत्नी उदयमती ने करवाया था। जिसे बाद मे करण देव प्रथम ने पूरा किया था ।22 जून 2014 से इसे ‘यूनेस्कोवर्ल्डहेरीटेजसाइट’ में भी शामिल किया गया था। यह बावड़ी भूमिगत पानी के स्त्रोतों से थोड़ी अलग है। इसके भीतर एक मंदिर और सीढियोंकिं सात कतारें भी है। 500 से भी ज्यादा मूर्ति कलाओं का प्रदर्शन किया गया है।
1.अपूर्ण कहानी को पूर्ण कीजिए:
एक गांव था उस गांव में एक गरीब किसान रहता था। उनके दो बेटे थे। बड़े का नाम राम और छोटे का नाम......
उत्तर: एक गांव था। उस गांव में एक गरीब किसान रहता था। उसके दो बेटे थे बड़े का नाम रामू और छोटे का नाम श्यामू था। रामु को खेलकूद का शौक था। बड़ा होकर वह सेना में भर्ती हो गया। छोटे बेटे को खेती- बारी का शौक था। उसने खेती की जिम्मेदारी संभाली, और किसान बन गया।
भारत चीन के बीच एक बार युद्ध हुआ। रामू ने बड़ी बहादुरी दिखाई। लड़ाई खत्म होने पर सरकार ने वीर चक्र से उसे सम्मानित किया। सेना में उसे उच्च पद दिया गया। किसान अब बहुत खुश है। उसके बेटों ने जय जवान जय किसान का नारा सार्थक कर दिखाया है।
1.मेरी यादगार यात्रा विषय पर अपनी नोटबुक में निबंध लिखिए:
उत्तर:यात्रा का एक सुखद अनुभव होता है । कुछ यात्रा बहुत यादगार होती है । गर्मी की छुट्टियों में लोग घूमने जाते हैं और इस मौसम में पर्वतों की यात्रा सबसे सुखद होती है । हमारी पहली पर्वतीय यात्रा पिछले वर्ष गर्मी की छुट्टियों में हुई , जब पिताजी के मित्र ने नैनीताल में अपने निवास से एक समारोह रखा और पिताजी को आमंत्रित करने के साथ साथ आने का आग्रह भी किया । पिताजी ने जाने के लिए और साथ साथनैनीताल घूमने के लिए पांच दिन की योजना बनायी ।
हमने 15 मई को नैनीताल के लिए रेल पकड़ी और अगले दिन सुबह 10 बजे वहा पहुंच गए । स्टेशन पे पिताजी के मित्र हमें लेने आये हुए थे । उन्होंने पिताजी की योजना की सराहना करते हुए उन्हें आने के लिए धन्यवाद कहा और हमें नैनीताल घुमाने की जिम्मेदारी अपने ड्राइवर को सौंप दी । नैनीताल के रास्ते बहुत टेढ़े –मेढ़े थे और रास्ते के दोनों ओर घाटियों का मनमोहक दृश्य था । कहीं ये घाटियां अत्यंत सुन्दर थीं और कहीं इनकी गहराई डरा देती थी । पर्वतों पर पेड़ों की सुंदरता देखते ही बनती थी । गर्मी के मौसम में भी शीतल हवायें मन को अत्यंत आनंद दे रही थी । नगर की सड़कें स्वच्छ भी और घर साफ – सुथरे थे । नैनीताल का नाम एक ताल ( तालाब ) के कारण पड़ा , जो वहाँ पर है जिसका नाम भी नैनीताल है । इसी ताल के एक किनारे पे नयना देवी का मंदिर है । मंदिर के पास में अत्यंत खूबसूरत पर्वत है जो सबका मन मोह लेता है । उसके अलावा भी नैनीताल में कई स्थल हैं जो बेहद मनमोहक है । तीन दिन हम बहुत घूमे । उसके बाद पिताजी के मित्र के यहां समारोह में सम्मिलित होकर हमने अगले दिन घर के लिए रेल पकड़ी ।
नैनीताल की यह यात्रा मेरे लिए बहुत सुखद और यादगार रही है । वहां की प्राकृतिक सुंदरता ने मेरा मन मोह लिया और वहां के दृश्यों को मैंने कैमरे में कैद कर लिया है । अवसर मिलने पर मैं एक बार फिरसे ऐसी सुखद यात्रा पे वहाँ अवश्य जाना चाहूंगा ।
प्रश्न 5 निम्नलिखित मुद्दों के संदर्भ में चार पांच वाक्य लिखिए:
( 1 ) मरुभूमि / रेगिस्तान :
उत्तर : रेगिस्तान एक ऐसा प्रदेश है , जहाँ दूर – दूर तक रेत ही रेत दिखाई देती है । मरुभूमि में बरसात बहुत कम या न के होती है । यहां पानी की कमी होती है । पानी के लिए भटकना पड़ता है । यहाँ केवल वहीं पौधे हो सकते है , जिनमें पानी संचय करने की अद्भुत क्षमता हो । ऊंट को ‘ रेगिस्तान का जहाज ‘ कहा जाता है । रेतीले प्रदेश में लोग ऊंट पर प्रवास करते हैं ।
( 2 ) कच्छ के तीन बड़े शहर
उत्तर : मांडवी , भुज और मुन्द्रा कच्छ के तीन बड़े शहर हैं । मांडवी में अति सुंदर बंदरगाह है । यह राजा के महल , पवनचक्कियों तथा समुद्रतट के कारण दर्शनीय है । भुज वैभवशाली नगर है । यहाँ आयना महल , प्रागमहल , टावर , स्वामिनारायण मंदिर , हिलगार्डन , हमीरसर तालाब , भूजिया पहाड़ जैसे दर्शनीय स्थान हैं । मुन्द्रा में तहसील मुख्यालय भी है । यहाँ अनेक उद्योगों का विकास हुआ है ।
( 3 ) कच्छ में स्थित धार्मिक स्थल :
उत्तर : कच्छ के मुख्य धार्मिक स्थल भद्रेश्वर , नारायण सरोवर , लखपत तथा हाजीपीर हैं । भद्रेश्वर प्राचीन जैन यात्राधाम है । यहां संगमरमर से बना 2500 वर्ष पुराना जिनालय भूकंप में खंडित हो गया था । उसका पुनः निर्माण किया जा रहा है । यहाँ का नारायण सरोवर रामायण काल का माना जाता है । हाजीपीर मुसलमानों के लिए श्रद्धा का केन्द्र है ।
( 4 ) कच्छ के ऐतिहासिक स्थल :
उत्तर: समाखियली के उत्तर में धोलावीरा एक ऐतिहासिक स्थान है । यहां भारत की अति प्राचीन मोहन-जो-दड़ो संस्कृति के अवशेष पाए जाते हैं। लखपत गुरु नानक की स्मृति से जुड़ा प्राचीन स्थल है ।किसी समय यह एक समृद्ध नगर था। यहां का किला पुराने इतिहास की याद दिलाता है।
व्याकरण
1. समानार्थी शब्द लिखिए:
1. अनूठा -अनोखा
2. रेगिस्तान -मरुभूमि
3. विशिष्ट- विशेष
4. आरंभ – शुरू
5. स्मरण- याद
6. प्राचीन- पुरातन, पुराना
7. जीर्णोद्धार- पुनः निर्माण
8. मजार -दरगाह
2. विलोम शब्द लिखिए:
1. आरंभ ×अंत
2. उत्तर ×दक्षिण
3. स्मरण× विस्मरण
4. गांव ×शहर
5. विकसित ×अविकसित
6. आनंद× शोक
3. दिए गए शब्दों को शब्दकोश के क्रम में लिखिए :
1. अभ्यास, विनय, संध्या, प्रगति, अभिवादन,
उत्तर: अभिवादन, अभ्यास, प्रगति, विनय, संध्या
2. महकना, संग्राम ,शायर ,हमदर्द, चिराग
उत्तर: चिराग, महकना, शायर ,संग्राम, हमदर्द
4. निम्नलिखित प्रशासकीय शब्दों का वाक्य में प्रयोग कीजिए:
1. अधीक्षक- मेरे पिताजी थाना अधीक्षक के पद पर कार्यरत है।
2. वरिष्ठ- बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने पैसे जमा करने में मेरी मदद की।
3. प्रभाव- यहां पशु कल्याण पर्यावरण भवन मंत्रालय का प्रभाव है।
4. सचिव- मंत्री के सचिव ने सभी से शांत रहने की अपील की।
5. कनिष्ठ:- वरिष्ठ अधिकारी ने कनिष्ठा अधिकारी का मार्गदर्शन किया।
5.नीचे दिए गए विशेषण का वाक्य में प्रयोग कीजिए:
1. दयावान- प्रजा को दयावान राजा हमेशा प्रिय होता है
2. मूल्यवान- समुद्र की सतह से मूल्यवान मोती प्राप्त होते हैं
3. कृपालु- आप बड़े ही कृपालु व्यक्तित्व के धनी हैं
4. थोड़ा सा- मुझे थोड़ा सा पानी चाहिए
5. अच्छा- देवेंद्र अच्छा बालक था
6. सुंदर-मसूरी सुंदर पर्वतीय स्थल है
7. प्रिय- गुलाब सभी का प्रिय पुल है
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