૨.  હમ ભી બને મહાન

31. हर एक आदमी को किससे बचकर चलना चाहिए ?

उत्तर : चोरी और लापरवाही

 

32. राजकाज का काम कैसे अच्छी तरह से चल सकता है ?

उत्तर : जब लोग हजरत अली की तरह प्रामाणिकता से काम करेंगे, तो राजकाब का काम अच्छी तरह से चल सकता है ।

 

33. हमारे पुरखों  ने क्या कहा है ?

उत्तर : हमारे पुरखों ने कहा है : ‘‘मा गृध: कस्यस्विद्धनम्’’ – किसी के धन-माल की लालसा मत करो ।

 

34. सफल होने के लिए हमें क्या करना चाहिए ?

उत्तर : सफल होने के लिए हमें लक्ष्य के प्रति लापरवाही न करते हुए एकाग्रता से अविरत अभ्यास और कठोर परिश्रम करना चाहिए । अपनी कमियों को अधिक अभ्यास द्वारा दूर करना चाहिए ।

 

35. आप किसको प्रामाणिक इन्सान कहते हैं ?
उत्तर :
 हम उसे प्रामाणिक इन्सान कहते हैं  जो इन्सान अपनी महेनत की कमाई के अलावा अन्य किसी धन का उपयोग न करें । दूसरों का हक न छीने ।

 

36. निम्नलिखित शब्दों के विरोधी शब्द लिखिए :

(1) नुकशान  .................                                                 
उत्तर : लाभ

(2) अंदर  .................                                                    
उत्तर : बाहर

(3) धनवान  .................                                                 
उत्तर : निर्धन

(4) जीवन  .................                                                   
उत्तर : मृत्यु

(5) अमीर  .................                                                   
उत्तर : गरीब

(6) सफलता  .................                                                         
उत्तर : असफलता

(7) प्रसिद्ध  .................                                                  
उत्तर : अप्रसिद्ध

(8) श्रीमान  .................                                                  
उत्तर : श्रीमती

(9) अँधेरा  .................                                                   
उत्तर : उजाला

 

37. निम्नलिखित वाक्यों में से ‘परिमाणवाचक विशेषण’ को छाँटकर लिखिए :

(1) दो मीटर कपड़ा दीजिए ।

उत्तर : दो मीटर

(2) दिनेश ने बहुत मिठाई खाई ।

उत्तर : बहुत

(3) राधा ने चाय में थोड़ा दूध डाला ।

उत्तर : थोड़ा

(4) मीना ने एक किलो हल्दी ली ।

उत्तर : एक किलो

 

38. समानार्थी शब्दों की जोड़ बनाइए :

विभाग अ

विभाग ब

1. कामयाबी

1. धनवान

2. अमीर

2. परीक्षण

3. जाँच

3. प्रसिद्ध

4. विख्यात

4. सफलता

5. ख़याल

5. हानि

6. नुकशान

6. विचार

उत्तर

1. – 4

2. – 1

3. – 2

4. – 3

5. – 6

6. - 5

39. निम्नलिखित वाक्यों में से ‘सर्वनामिक विशेषण‘ को अलग छाँटकर लिखिए :

(1) वे लड़के खेल रहे थे ।

उत्तर : वे

(2) तुम्हारा काम पूरा हो गया ।

उत्तर : तुम्हारा

(3) यह पेन्सिल हिरल की है ।

उत्तर : यह

(4) वह लड़का पढ़ रहा है ।

उत्तर : वह

(5) सरला को कोई खिलौने दो ।

उत्तर : कोई

 

40. निम्नलिखित वाक्यों का मातृभाषा में अनुवाद कीजिए :

(1) मेले में सब खिलौने ले रहे थे ।

उत्तर : મેળામાં સૌ રમકડાં ખરીદી રહ્યાં હતાં.

(2) एक दिन हजरत अली राज के खज़ाने की जाँच करने गये ।

उत्तर :  એક દિવસ હજરત અલી રાજ્યના ખજાનાની તપાસ કરવા ગયા.

(3) मानवता सबसे ऊपर है ।

उत्तर : માનવતા સૌથી શ્રેષ્ઠ છે.

(4) सचिन तेंदूलकर ने क्रिकेट जगत में अद्वितीय सफलता प्राप्त की ।

उत्तर : સચિન તેંદુલકરે ક્રિકેટ જગતમાં અદ્રિતીય સફળતા પ્રાપ્ત કરી.

 

41. ‘सचिन तेंदुलकर’ पर अपनी नोटबुक में निबंध लिखिए ।

उत्तर :

                   ‘सचिन तेंदुलकर’ का पूरा नाम सचिन रमेश तेंदुलकर हैं । उनका जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में दुआ था । उनके पिता का नाम रमेश तेंदुलकर हैं । सचिन तेंदुलकर का विवाह अंजलि तेंदुलकर से हुआ था । सचिन के दो बच्चे हैं – सारा और अर्जुन ।

                   सचिन तेंदुलकर ने सन् 1989 में मात्र 16 वर्ष की उम्र में आंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रवेश के बाद बल्लेबाजी में कोई रॅकोर्ड स्थापित किए हैं । उन्हों टेस्ट व एक दिवसीय क्रिकेट, दोनों में सर्वाधिक शतक किए हैं । वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं ।

                   दिसंबर 2012 में उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा की । ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट से उन्होने अक्टूबर  2012 में सन्यास लिया । 16 नवम्बर 2013 में उन्होंने अपना आखिरीं मैच खेला जो कि वेस्ट इंडीज के खिलाफ वह उनका 200 वाँ मैच था ।

                   सचिन तेंदुलकर को 1934 में अर्जुन अवॉर्ड, 1997 में राजीन गाँधी खेल रत्न, 1999 में पद्मश्री और 2008 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया । 16 नवंबर, 2013 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न दिए जाने का फैसला किया गया, जो अब सबसे कम उम्र वाले को और एक खिलाड़ी को दिया गया ।

                   सचिन क्रिकेट जगत के सर्वाधिक प्रायोजित खिलाड़ी है और विश्वभर में उनके प्रशंसक हैं  । उनके प्रशंसक उन्हें प्यार से भिन्न-भिन्न नामों से पुकारते हैं, जिनमे सबसे प्रचलित ‘लिटिल मास्टर व मास्टर ब्लास्टर’ हैं । अतत: सचिन तेंदुलकर के बारे में यही कहना उचित होगा कि धरती पर ऐसे  होनहार यदा कदा ही जन्म लेते हैं । सचिन तेंदुलकरे निश्चित ही भारत का गौरव है ।