2. अली ख्वाज़ा कोन था ?
उत्तर : अली ख्वाज़ा बगदाद में रहनेवाला एक व्यापारी था ।
3. अली ख्वाज़ा के पास सोने की कितने मोहरें थी ।
उत्तर : एक हजार
4. अली ख्वाज़ा ने ..........................की यात्रा का निश्चय किया ।
उत्तर : मक्का शरीफ
5. अली ख्वाज़ा ने अपनी जमा पूँजी कहाँ और क्यों रखने का निश्चय किया ?
उत्तर : अली ख्वाज़ा ने अपनी जमा पूँजी अपने मित्र वाज़िद के घर रखने का निश्चय किया । अली ख्वाज़ा मक्का शरीफ की यात्रा करना चाहते थे, वह अकेले रहेते इस वजह से उन्होंने यह निश्चय किया ।
6. यात्रा के खर्च के लिए ख्वाज़ा ने ..................... मोहरें रख ली ।
उत्तर : पाँच सौ
7. ख्वाज़ा ने बची हुई मोहरें किसमे रखी ?
उत्तर : घड़े में
8. अली ख्वाज़ा के मित्र का नाम क्या था ?
उत्तर : वाज़िद
9. ख्वाज़ा ने तेल का घड़ा किसके घर रखा ?
उत्तर : ख्वाज़ा ने तेल का घड़ा अपने मित्र वाज़िद के घर रखा ।
10. ख्वाज़ा ने तेल का घड़ा .................. में रखा ?
उत्तर : तहखाने
11. अली ख्वाज़ा ने मोहरें तेल में क्यों छुपाई होंगी ?
उत्तर : अली ख्वाज़ा ने तेल में मोहरें छुपाई, क्योंकि तेल के रंग के कारण मोहरें किसिको दिखाई ना दे, और किसिको मोहरों के बारे मे पता न चले ।
12. किसके घर पर दावत थी ?
उत्तर : वाज़िद
13. वाज़िद के घर ............... बनाते हुए तेल मे खत्म हो गया ।
उत्तर : पकवान
14. वाज़िद को कैसे पता चल कि बर्तन मे मोहरें है ?
उत्तर : वाज़िद के घर दावत के लिए अलग-अलग तरह के पकवान बनाते समय तेल खत्म हो गया । तेल खत्म हो जाने पर और बाजार बंद होने पर उसकी पत्नी के कहने पर वह बर्तन से जब तेल निकाल रहा था, तो सिक्कों कि आवाज आई । उसे लगा घड़े में तेल के नीचे कुछ है इसलिए उसने सारा तेल दूसरे बर्तन में निकाल, तो मोहरों का पता चला ।
15. अली ख्वाज़ा के पैरों तले जमीन क्यों खिसक गई ?
उत्तर : मक्का कि यात्रा से वापस आने के बाद ख्वाज़ा तेल का घड़ा वापस लेने वाज़िद के घर गया । घड़ा लाकर जब उसने घड़े का तेल निकाल कर देखा, तो उसमें सोने कि मोहरें नहीं थी । यह देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई ।
16. अली ख्वाज़ा और वाज़िद के बीच झगड़ा क्यों हुआ ?
उत्तर : वाज़िद ने अली ख्वाजा के घड़े से तेल के साथ उसमें रखी सोने की महोरे भी निकाल लीं । उसने घड़े में तेल तो भर दिया, पर मोहरें चुरा ली । ख्वाज़ा ने मक्का से लौटने के बाद घड़ा लाकर देखा तो उसमे मोहरें नहीं थी । मोहरों के बारे मे उसने वाज़िद से पुछा तो वाज़िद ने मोहरें चुराने से साफ इनकार कर दिया । इसलिए उन दोनों के बीच झगड़ा हुआ ।
17. दोनों मित्रों को झगड़ते देख लोगों ने ख्वाज़ा को न्याय के लिए कहाँ जाने की सलाह दी ?
उत्तर : दोनों मित्रों को झगड़ते देख लोगों ने ख्वाज़ा को नये के लिए काज़ी कि अदालत में जाने की सलाह दी ।
उत्तर : दोनों मित्रों को झगड़ते देख लोगों ने ख्वाज़ा को नये के लिए काज़ी कि अदालत में जाने की सलाह दी ।
18. ख्वाज़ा सबसे पहले न्याय माँगने कहाँ गया ?
उत्तर : काज़ी कि अदालत में
19. ख्वाजा ने काज़ी कि अदालत में न्याय न मिलने पर बगदाद के ............... के यहाँ अपील की ।
उत्तर : खलीफ़ा
20. .................... ने मामले पर विचार करने के लिए समय चाहा ।
उत्तर : खलीफ़ा
उत्तर : काज़ी कि अदालत में
19. ख्वाजा ने काज़ी कि अदालत में न्याय न मिलने पर बगदाद के ............... के यहाँ अपील की ।
उत्तर : खलीफ़ा
20. .................... ने मामले पर विचार करने के लिए समय चाहा ।
उत्तर : खलीफ़ा
21. खलीफ़ा एक दिन अपना ................... बदलकर शहर में घूम रहे थे ।
उत्तर : भेष
22. खलीफ़ा ने लड़कों को ..................... का खेल खेलते देखा ।
उत्तर : न्यायालय
23. लड़कों के खेल में न्यायाधीश कौन बना था ?
उत्तर : लड़कों के खेल मे हसन नाम का लड़का न्यायाधीश बना था ।
24. खलीफ़ा ने हसन को अपने दरबार में क्यों बुलाया ?
उत्तर : खलीफ़ा एक दिन भेष बदलकर शहर घूम रहे थे । तभी उन्होंने कुछ लड़कों को न्यायालय का खेल खेलते देखा । जो लड़का न्यायाधीश बना था, उसकी समजदारी और निर्णय करने का तरीका उन्हें उचित लगा । उन्हें लगा कि वह लड़का ख्वाज़ा और वाज़िद के झगड़े को सुलझा सकता है । इसलिए उन्होंने हसन को दरबार में बुलाया ।
25. हसन ने तेल कि जाँच करने के लिए किसे बुलवाया ?
उत्तर : हसन ने तेल की जाँच के लिए दो तेलियों को बुलवाया ।
26. घड़े का तेल कितने महीने पुराना था ?
उत्तर : दो
उत्तर : भेष
22. खलीफ़ा ने लड़कों को ..................... का खेल खेलते देखा ।
उत्तर : न्यायालय
23. लड़कों के खेल में न्यायाधीश कौन बना था ?
उत्तर : लड़कों के खेल मे हसन नाम का लड़का न्यायाधीश बना था ।
24. खलीफ़ा ने हसन को अपने दरबार में क्यों बुलाया ?
उत्तर : खलीफ़ा एक दिन भेष बदलकर शहर घूम रहे थे । तभी उन्होंने कुछ लड़कों को न्यायालय का खेल खेलते देखा । जो लड़का न्यायाधीश बना था, उसकी समजदारी और निर्णय करने का तरीका उन्हें उचित लगा । उन्हें लगा कि वह लड़का ख्वाज़ा और वाज़िद के झगड़े को सुलझा सकता है । इसलिए उन्होंने हसन को दरबार में बुलाया ।
25. हसन ने तेल कि जाँच करने के लिए किसे बुलवाया ?
उत्तर : हसन ने तेल की जाँच के लिए दो तेलियों को बुलवाया ।
26. घड़े का तेल कितने महीने पुराना था ?
उत्तर : दो
27. ख्वाज़ा मक्का कि यात्रा पर कब गया था ?
उत्तर : छः महीने पहले
28. तेलियों की बात सुनकर वाज़िद क्यों घबराया ?
उत्तर : तेलियों ने तेल को देख, सूँघ और चखकर बताया कि वह तेल दो महीने पुराना है । अली ख्वाज़ा ने घड़े में छः महीने पहले तेल भर था । इससे सिद्ध हो गया कि वाज़िद ने घड़े से तेल निकालने के बाद उसमे दूसरा तेल भरा । पुराना तेल निकलते समय घड़े में राखी मोहरें उसे जरूर मिली होंगी । उनकी बात सुनकर अली को चोरी पकड़े जाने का डर लगा । इसलिए वह घबराया ।
29. तेलियों ने कैसे सच्चा निर्णय किया ?
उत्तर : तेलियों ने तेल की अच्छी परख थी । वे आसानी से बात सकते थे कि कौन – सा तेल कितने समय पुराना है । उन्होंने घड़े के तेल को देखा, सूंघा और चखा । उन्होंने बताया कि घड़े का तेल दो महीने से ज्यादा पुराना नहीं है । इस प्रकार तेलियों ने सच्चा निर्णय किया ।
उत्तर : छः महीने पहले
28. तेलियों की बात सुनकर वाज़िद क्यों घबराया ?
उत्तर : तेलियों ने तेल को देख, सूँघ और चखकर बताया कि वह तेल दो महीने पुराना है । अली ख्वाज़ा ने घड़े में छः महीने पहले तेल भर था । इससे सिद्ध हो गया कि वाज़िद ने घड़े से तेल निकालने के बाद उसमे दूसरा तेल भरा । पुराना तेल निकलते समय घड़े में राखी मोहरें उसे जरूर मिली होंगी । उनकी बात सुनकर अली को चोरी पकड़े जाने का डर लगा । इसलिए वह घबराया ।
29. तेलियों ने कैसे सच्चा निर्णय किया ?
उत्तर : तेलियों ने तेल की अच्छी परख थी । वे आसानी से बात सकते थे कि कौन – सा तेल कितने समय पुराना है । उन्होंने घड़े के तेल को देखा, सूंघा और चखा । उन्होंने बताया कि घड़े का तेल दो महीने से ज्यादा पुराना नहीं है । इस प्रकार तेलियों ने सच्चा निर्णय किया ।
30. वास्तविकता जानने पर खलीफ़ा ने क्या निर्णय किया ?
उत्तर : वास्तविकता जानने पर खलीफ़ा ने वाज़िद को अली ख्वाज़ा कि मोहरें वापस करने का आदेश दिया । साथ ही विश्वासघात अपराध के लिए वाज़िद को सजा सुनाई । बुद्धिमन हसन की एवं बहुत-स पुरस्कार दिया ।
31. खलीफ़ा ने वाज़िद को .............. और ................. के अपराध कि सजा सुनाई ।
उत्तर : चोरी , विश्वासघाट
उत्तर : वास्तविकता जानने पर खलीफ़ा ने वाज़िद को अली ख्वाज़ा कि मोहरें वापस करने का आदेश दिया । साथ ही विश्वासघात अपराध के लिए वाज़िद को सजा सुनाई । बुद्धिमन हसन की एवं बहुत-स पुरस्कार दिया ।
31. खलीफ़ा ने वाज़िद को .............. और ................. के अपराध कि सजा सुनाई ।
उत्तर : चोरी , विश्वासघाट
32. खलीफ़ा ने .................. को बहुत सारा पुरस्कार दिया ।
उत्तर : हसन
33. सभी लोगों ने हसन की ........................ और ....................... कि प्रशंसा कि ।
उत्तर : सूझ-बुझ , न्याय
34. मित्र के साथ हमे कैसा व्यवहार करना चाहिए ?
उत्तर : मित्र के साथ हमेशा ईमानदारी और सच्चाई से भरा व्यवहार करना चाहिए । मित्र के साथ कभी विश्वाससघात नहीं करना चाहिए ।
36. निम्नलिखित पात्रों का संक्षिप्त परिचय दीजिए :
1. अली ख्वाज़ा
उत्तर : हसन
33. सभी लोगों ने हसन की ........................ और ....................... कि प्रशंसा कि ।
उत्तर : सूझ-बुझ , न्याय
34. मित्र के साथ हमे कैसा व्यवहार करना चाहिए ?
उत्तर : मित्र के साथ हमेशा ईमानदारी और सच्चाई से भरा व्यवहार करना चाहिए । मित्र के साथ कभी विश्वाससघात नहीं करना चाहिए ।
35. निम्नलिखित वाक्य कौन – किसे कहता है – लिखिए : |
कौन कहता
है? |
किसे ? |
1. यह तेल का घड़ा में आपके घर रखकर जाना चाहता हुँ । |
अली
ख्वाज़ा |
वाज़िद से |
2. आप अपना घड़ा तहखाने मे रख आईए । |
वाज़िद |
अली
ख्वाज़ा से |
3. आप काज़ी की अदालत में जाइए । |
लोग |
अली
ख्वाज़ा से |
4. आप इस घड़े कि जाँच कीजिए । |
हसन |
तेलियों से |
5. हुजूर, मैं तो छः महीने पहले मक्का कि यात्रा करने गया था । |
अली
ख्वाज़ा |
खलीफ़ा से |
36. निम्नलिखित पात्रों का संक्षिप्त परिचय दीजिए :
1. अली ख्वाज़ा
उत्तर : अली ख्वाज़ा बगदाद का व्यापारी था । उसके पास हजार सोने कि मोहरें एकत्र होने पर वह मक्का शरीफ कि यात्रा के लिए गया था । यात्रा पर जाते समय अकेला होंने के कारण वह अपनी जमा-पूँजी मित्र के घर रखकर गया था ।
2. वाज़िद
उत्तर : वाज़िद अली ख्वाज़ा का मित्र था । उसके घर दावत के लिए पकवान बनाते समय तेल कम पड़ जाने पर उसने अली ख्वाज़ा के घड़े से तेल लिया और उसमें रखी सोने कि मोहरें चुरा ली ।
3. हसन
3. हसन
उत्तर : हसन एक समजदार लड़का था । लड़कों के खेल में वह न्यायाधीश बना था । उसके न्याय करने के तरीके को देख खलीफ़ा ने उसे अपने दरबार मे बुलाया था । अपनी सूझ-बुझ से हसन ने अली ख्वाज़ा को न्याय दिलाया ।
37. निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द लिखो :
1. अपील = ....................
1. अपील = ....................
उत्तर : निवेदन
2. मोहर = ...................
उत्तर : सिक्का
3. विश्वासघाट = ...................
उत्तर : धोखा
4. पुरस्कार = ...................
उत्तर : इनाम
5. जाँच = ...................
उत्तर : तपास
6. समझदारी = ...................
उत्तर : सूझ-बुझ
7. न्यायाधीश = ...................
उत्तर : काज़ी
8. पूँजी = ...................
उत्तर : धन
9. वास्तविकता = ...................
उत्तर : असलियत
38. निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्य मे प्रयोग कीजिए :
1. सिर पकड़कर बैठ जाना –
1. सिर पकड़कर बैठ जाना –
उत्तर : निराश हो जाना
वाक्य : परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर महेश सिर पकड़कर बैठ गया ।
वाक्य : परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर महेश सिर पकड़कर बैठ गया ।
2. पैरों तले जमीन खिसक जाना
उत्तर : आघात लगना
वाक्य : पड़ोशी के घर चोरी होने पर पैरों तले जमीन खिसक गई ।
3. सिर खुजलाना – सोच –
वाक्य : पड़ोशी के घर चोरी होने पर पैरों तले जमीन खिसक गई ।
3. सिर खुजलाना – सोच –
उत्तर : समज न पान कि क्या करे
वाक्य : बहुट ही कठिन प्रश्नपत्र देखकर में अपना सिर खुजलाने लगा ।
4. कहा-सुनी होना
वाक्य : बहुट ही कठिन प्रश्नपत्र देखकर में अपना सिर खुजलाने लगा ।
4. कहा-सुनी होना
उत्तर : वाद विवाद होना
वाक्य : कार्यक्रम के आयोजकों और दर्शकों के बीच कहा-सुनी हो गई ।
5. भूरि-भूरि प्रशंसा करना
5. भूरि-भूरि प्रशंसा करना
उत्तर : तारीफ करना ।
वाक्य : सभी लोगों ने हसन की भूरि-भूरि प्रशंसा की ।
39. निम्नलिखित शब्दों का विरोधी शब्द लिखो :
1. मित्र × ....................
39. निम्नलिखित शब्दों का विरोधी शब्द लिखो :
1. मित्र × ....................
उत्तर : शत्रु
2. निराशा × ....................
2. निराशा × ....................
उत्तर : आशा
3. न्याय × ....................
3. न्याय × ....................
उत्तर : अन्याय
4. स्वीकार × ....................
4. स्वीकार × ....................
उत्तर : अस्वीकार
5. प्रख्यात × ....................
5. प्रख्यात × ....................
उत्तर : कुख्यात
6. शहर × ....................
6. शहर × ....................
उत्तर : गाँव
7. उपस्थिति × ....................
7. उपस्थिति × ....................
उत्तर : अनुपस्थिति
8. सच × ....................
8. सच × ....................
उत्तर : झूठ
40. आपने किए हुए प्रवास का वर्णन करते हुए अपने मित्र को पत्र अपनी नोटबुक मे लिखिए ।
उत्तर :
73, राजेन्द्र नगर ,
नई दिल्ली ,
दिनांक : 22-08-17
प्रिय मित्र सुबोध ,
सप्रेम नमस्ते ।
आशा है कि तुम सकुशल एवं आनंद मे होंगे । में भी यहाँ अपने परिवारजनों सहित कुशलपूर्वक हूँ । मैं दो दिन पूर्व ही नैनीताल से वापस लौट हूँ ।
नैनीताल एक पर्वतीय स्थल है । पर्यटन की दृष्टि से यह भारत के महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है। चारों ओर हरे-भरे पहाड़ व सुंदर प्राकृतिक दृश्यों से घिरा यह स्थल सभी का मन मोह लेता है। ग्रीष्म ऋतु में यहाँ की ठंडी हवाए सभी को ताजगी पहुचाती है । यहाँ की झील में नौका विहार का आनंद ही कुछ अनोखा है । पहाड़ी मार्ग के किनारे गहरी सुंदर घाटियों का दृश्य अद्भुत लगता है। रास्ते में पहाड़ों से निकलकर बहते सुंदर झरने थे । ऊँचाई पर एक जगह बादल हमारी बस में अंदर प्रवेश करने लगे । ऐसा लगा जैसे हम स्वर्ग का सुख प्राप्त कर रहे हैं ।
तुम्हारी छुट्टियां कैसी रही, इसका उल्लेख करता हुआ पत्र लिखना । अपने माता-पिता को मेरा सादर प्रणाम कहना ।
तुम्हारा मित्र,
अ. ब. क.
41. निम्नलिखित कहानी के वाक्य उलट-पुलटकर दिए गए हैं, उसको पढ़कर कहानी का निर्माण कीजिए और उचित शीर्षक दीजिए :
शेर की नींद खुल गयी और उसने गुस्से से चूहे को पंजे में पकड़ लिया । चूहा रोते-रोते बोला, " कृपा करके मुझे छोड़ दो, मैं तुम्हारी मदद करूंगा ।"
जाल में फंसते ही शेर दहाड़ने लगा । उसकी दहाड़ सुनकर चूहा वहा आया । शेर को जाल में फसा देखकर अपने साथियों को बुलाकर चूहे ने शेर को जाल से छुड़ाया ।
एक दिन जंगल में एक शेर आराम से सो रहा था शेर जहा सो रहा था उसके पास एक बिल था । जिसमें एक चूहा रहता था। शेर को चूहे और उसके साथियों ने जाल से छुड़ाया और शिकारी से बचाया । उस दिन से शेर और चूहा मित्र बन गये । साथ में खेलने लगे । I
शेर को सोया हुआ देखकर चूहा उसके पास गया । वह शेर के शरीर पर चढ़ा और नाचने लगा ।
एक दिन एक शिकारी जंगल में शिकार करने आया । उसने शेर का शिकार करने के लिए जाल बिछाया ।
उत्तर :
एक दिन जंगल में एक शेर आराम से सो रहा था । शेर जहाँ सो रहा था उसके पास एक बिल था । जिसमें एक चूहा रहता था । शेर को सोया हुआ देखकर चूहा उसके पास गया । वह शेर के शरीर पर चढ़ा और नाचने लगा । शेर की नींद खुल गयी और उसने गुस्से से चूहे को पंजे में पकड़ लिया । चूहा रोते-रोते बोला, "कृपा कर मुझे छोड़ दो, मैं तुम्हारी मदद करूँगा ।"
एक दिन एक शिकारी जंगल में शिकार करने आया । उसने शेर का शिकार करने के लिए जाल बिछाया । जाल में फँसते ही शेर दहाड़ने लगा । उसकी दहाड़ सुनकर चूहा वहाँ आया । शेर को जाल में फॅसा देखकर अपने साथियों को बुलाकर चूहे ने शेर को जाल से छुड़ाया ।
शेर को चूहे और उसके साथियों ने जाल से छुड़ाया और शिकारी से बचाया । उस दिन से शेर और चूहा मित्र बन गये । साथ में खेलने लगे ।
40. आपने किए हुए प्रवास का वर्णन करते हुए अपने मित्र को पत्र अपनी नोटबुक मे लिखिए ।
उत्तर :
73, राजेन्द्र नगर ,
नई दिल्ली ,
दिनांक : 22-08-17
प्रिय मित्र सुबोध ,
सप्रेम नमस्ते ।
आशा है कि तुम सकुशल एवं आनंद मे होंगे । में भी यहाँ अपने परिवारजनों सहित कुशलपूर्वक हूँ । मैं दो दिन पूर्व ही नैनीताल से वापस लौट हूँ ।
नैनीताल एक पर्वतीय स्थल है । पर्यटन की दृष्टि से यह भारत के महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है। चारों ओर हरे-भरे पहाड़ व सुंदर प्राकृतिक दृश्यों से घिरा यह स्थल सभी का मन मोह लेता है। ग्रीष्म ऋतु में यहाँ की ठंडी हवाए सभी को ताजगी पहुचाती है । यहाँ की झील में नौका विहार का आनंद ही कुछ अनोखा है । पहाड़ी मार्ग के किनारे गहरी सुंदर घाटियों का दृश्य अद्भुत लगता है। रास्ते में पहाड़ों से निकलकर बहते सुंदर झरने थे । ऊँचाई पर एक जगह बादल हमारी बस में अंदर प्रवेश करने लगे । ऐसा लगा जैसे हम स्वर्ग का सुख प्राप्त कर रहे हैं ।
तुम्हारी छुट्टियां कैसी रही, इसका उल्लेख करता हुआ पत्र लिखना । अपने माता-पिता को मेरा सादर प्रणाम कहना ।
तुम्हारा मित्र,
अ. ब. क.
41. निम्नलिखित कहानी के वाक्य उलट-पुलटकर दिए गए हैं, उसको पढ़कर कहानी का निर्माण कीजिए और उचित शीर्षक दीजिए :
शेर की नींद खुल गयी और उसने गुस्से से चूहे को पंजे में पकड़ लिया । चूहा रोते-रोते बोला, " कृपा करके मुझे छोड़ दो, मैं तुम्हारी मदद करूंगा ।"
जाल में फंसते ही शेर दहाड़ने लगा । उसकी दहाड़ सुनकर चूहा वहा आया । शेर को जाल में फसा देखकर अपने साथियों को बुलाकर चूहे ने शेर को जाल से छुड़ाया ।
एक दिन जंगल में एक शेर आराम से सो रहा था शेर जहा सो रहा था उसके पास एक बिल था । जिसमें एक चूहा रहता था। शेर को चूहे और उसके साथियों ने जाल से छुड़ाया और शिकारी से बचाया । उस दिन से शेर और चूहा मित्र बन गये । साथ में खेलने लगे । I
शेर को सोया हुआ देखकर चूहा उसके पास गया । वह शेर के शरीर पर चढ़ा और नाचने लगा ।
एक दिन एक शिकारी जंगल में शिकार करने आया । उसने शेर का शिकार करने के लिए जाल बिछाया ।
उत्तर :
एक दिन जंगल में एक शेर आराम से सो रहा था । शेर जहाँ सो रहा था उसके पास एक बिल था । जिसमें एक चूहा रहता था । शेर को सोया हुआ देखकर चूहा उसके पास गया । वह शेर के शरीर पर चढ़ा और नाचने लगा । शेर की नींद खुल गयी और उसने गुस्से से चूहे को पंजे में पकड़ लिया । चूहा रोते-रोते बोला, "कृपा कर मुझे छोड़ दो, मैं तुम्हारी मदद करूँगा ।"
एक दिन एक शिकारी जंगल में शिकार करने आया । उसने शेर का शिकार करने के लिए जाल बिछाया । जाल में फँसते ही शेर दहाड़ने लगा । उसकी दहाड़ सुनकर चूहा वहाँ आया । शेर को जाल में फॅसा देखकर अपने साथियों को बुलाकर चूहे ने शेर को जाल से छुड़ाया ।
शेर को चूहे और उसके साथियों ने जाल से छुड़ाया और शिकारी से बचाया । उस दिन से शेर और चूहा मित्र बन गये । साथ में खेलने लगे ।
शीर्षक : (1) शेर और चूहा (2) छोटे चूहे ने किया कमाल !
42. निम्नलिखित वाक्यों मे से क्रियावाचक शब ढूंढकर उदाहरण अनुसार वाक्य फिर-से लिखिए :
उदाहरण : राधा ने संजीव को पत्र लिखा ।
उत्तर : राधा ने किसको पत्र लिखा ?
1. अध्यापक ने बच्चों को कहानी सुनाई ।
उत्तर : अध्यापक ने किसको कहानी सुनाई ?
2. रात को कुत्ते भौंक रहे थे ।
उत्तर : कुत्ते कब भौंक रहे थे ?
3. वह पटाखे देख रहा है ।
उत्तर : वह क्या देख रहा है ?
(4) वेदांत किताब पढ़ रहा था ।
उत्तर : कौन किताब पढ़ रहा था ?
(5) पता नहीं तन्मय मेरे पास से कब चला गया ।
उत्तर : तन्मय मेरे पास से कब चला गया ?
43. कहानी पढिए, एवं प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
एक बार राजा कृष्णदेवराय के महल में एक सेवक कांच का खूबसूरत मोर साफ कर रहा था । गलती से उसके हाथ से मोर गिरकर टूट गया । राजा को वह मोर बहुत प्रिय था। जब राजा महल में आए, उन्हें अपना प्रिय मोर दिखाई न दिया पूछने पर पता चला कि वह टूट गया है क्रोध में आकर उन्होंने सेवक को छ: महीने के लिए कारागार में डलवा दिया ।
कुछ दिनों बाद राजा कृष्णदेवराय, मंत्री तेनालीराम और दूसरे दरबारियों के साथ उद्यान में घूमने निकले । तेनालीराम बोले, "महाराज, पास ही बाल उद्यान है उसे भी देखते चलें "
राजा कृष्णदेवराय बाल उद्यान की ओर आए । उद्यान में तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूल खिले हुए थे । एक स्थान पर बच्चे नाटक खेल रहे थे । एक बच्चा राजा बना हुआ था। उसके सामने दो सिपाही एक अपराधी को पकड़कर खड़े थे । खेत के मालिक ने शिकायत की, "महाराज, आज यह मेरे खेत से गाजर और मूली उखाड़कर ले गया । " सुनकर राजा बने बच्चे ने चोरी करनेवाले से पूछा । उसने गलती मान ली तब वह बोला, "ठीक है, तुम्हें माफी दी जाती है पर ध्यान रखना कि दोबारा यह गलती न हो ।" फिर खेत के मालिक से कहा, "तुम्हारे नुकसान की भरपाई शाही खज़ाने से की जाएगी पर पहली गलती पर भला हम कैसे सजा दें ।"
नाटक देखने के बाद मंत्री ने कहा, "महाराज, यह बच्चा तो बड़ा शरारती है । इसे सज़ा मिलनी चाहिए।" तेनालीराम बोले, "हाँ महाराज, मेरे विचार से सज़ा यही हो कि इसे राज दरबार में बुलाकर यह नाटक फिर से दोहराने को कहा जाए ।"
नाटक देखकर राजा कृष्णदेवराय सोच में पड़ गए । तेनालीराम की चतुराई पर वे मन-ही -मन मुस्कुरा उठे । यह देखकर मंत्री असमंजस में पड़ गए । उसके बाद राजा कृष्णदेवराय बोले, "सचमुच तेनालीराम, तुमने ठीक कहा आज में समझा कि न्याय करते समय राजा का मन बच्चे जैसा निर्मल होना चाहिए ।"
अगले ही दिन राजा ने उस सेवक को रिहा करवा दिया ।
1. सेवक क्या साफ कर रहा था ?
उत्तर : सेवक काँच का खूबसूरत मोर साफ कर रहा था ।
2. मोर किसे अधिक प्रिय था ?
उत्तर : मोर राजा कृष्णदेवराय को अधिक प्रिय था ।
3. राजा को मोर क्यों दिखाई नहीं दिया ?
उत्तर : राजा को मोर दिखाई नहीं दिया क्योंकि, उसे साफ करते समय गलती से वह सेवक के हाथ से गिरकर टूट गया था ।
4. राजा ने सेवक को क्या सजा दी ?
उत्तर : राजा ने सेवक को छ: महीने के लिए कारागार में डलवा दिया ।
5. तेनालीराम कौन था ?
उत्तर : तेनाली राम राजा कृष्णदेवराय के दरबार के मंत्री थे ।
6. तेनालीराम महाराज को कहाँ ले गए ?
उत्तर : तेनालीराम महाराज को पास के बाल उद्यान में ले गए ।
7. उद्यान में बच्चे क्या कर रहे थे ?
उत्तर : उद्यान मे बच्चे नाटक खेल रहे थे ।
8. खेत के मालिक ने राजा से क्या शिकायत की ?
उत्तर : खेत के मालिक ने राजा से शिकायत की, के एक व्यक्ति उसके खेत से गाजर और मुली उखाड़कर ले गया ।
9. राजा बने बच्चे ने चोर को क्यों माफ कर दिया ?
उत्तर : राजा बने बच्चे ने चोर को माफ कर दिया, क्योंकि उसने अपनी गलती मान ली थी ।
10. न्याय करते समय राजा का मन किसके जैसा होना चाहिए ?
उत्तर : न्याय करते समय राजा का मन बच्चे जैसा निर्मल होना चाहिए ।
11. तेनालीराम ने राजा को वह नाटक क्यों दिखाया ?
उत्तर : तेनालीराम ने राजा को वह नाटक दिखाया, क्योंकि वह उन्हें समझाना चाहते थे कि न्याय करते समय राजा का मन बालक जैसा निर्मल होना चाहिए ।
42. निम्नलिखित वाक्यों मे से क्रियावाचक शब ढूंढकर उदाहरण अनुसार वाक्य फिर-से लिखिए :
उदाहरण : राधा ने संजीव को पत्र लिखा ।
उत्तर : राधा ने किसको पत्र लिखा ?
1. अध्यापक ने बच्चों को कहानी सुनाई ।
उत्तर : अध्यापक ने किसको कहानी सुनाई ?
2. रात को कुत्ते भौंक रहे थे ।
उत्तर : कुत्ते कब भौंक रहे थे ?
3. वह पटाखे देख रहा है ।
उत्तर : वह क्या देख रहा है ?
(4) वेदांत किताब पढ़ रहा था ।
उत्तर : कौन किताब पढ़ रहा था ?
(5) पता नहीं तन्मय मेरे पास से कब चला गया ।
उत्तर : तन्मय मेरे पास से कब चला गया ?
43. कहानी पढिए, एवं प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
एक बार राजा कृष्णदेवराय के महल में एक सेवक कांच का खूबसूरत मोर साफ कर रहा था । गलती से उसके हाथ से मोर गिरकर टूट गया । राजा को वह मोर बहुत प्रिय था। जब राजा महल में आए, उन्हें अपना प्रिय मोर दिखाई न दिया पूछने पर पता चला कि वह टूट गया है क्रोध में आकर उन्होंने सेवक को छ: महीने के लिए कारागार में डलवा दिया ।
कुछ दिनों बाद राजा कृष्णदेवराय, मंत्री तेनालीराम और दूसरे दरबारियों के साथ उद्यान में घूमने निकले । तेनालीराम बोले, "महाराज, पास ही बाल उद्यान है उसे भी देखते चलें "
राजा कृष्णदेवराय बाल उद्यान की ओर आए । उद्यान में तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूल खिले हुए थे । एक स्थान पर बच्चे नाटक खेल रहे थे । एक बच्चा राजा बना हुआ था। उसके सामने दो सिपाही एक अपराधी को पकड़कर खड़े थे । खेत के मालिक ने शिकायत की, "महाराज, आज यह मेरे खेत से गाजर और मूली उखाड़कर ले गया । " सुनकर राजा बने बच्चे ने चोरी करनेवाले से पूछा । उसने गलती मान ली तब वह बोला, "ठीक है, तुम्हें माफी दी जाती है पर ध्यान रखना कि दोबारा यह गलती न हो ।" फिर खेत के मालिक से कहा, "तुम्हारे नुकसान की भरपाई शाही खज़ाने से की जाएगी पर पहली गलती पर भला हम कैसे सजा दें ।"
नाटक देखने के बाद मंत्री ने कहा, "महाराज, यह बच्चा तो बड़ा शरारती है । इसे सज़ा मिलनी चाहिए।" तेनालीराम बोले, "हाँ महाराज, मेरे विचार से सज़ा यही हो कि इसे राज दरबार में बुलाकर यह नाटक फिर से दोहराने को कहा जाए ।"
नाटक देखकर राजा कृष्णदेवराय सोच में पड़ गए । तेनालीराम की चतुराई पर वे मन-ही -मन मुस्कुरा उठे । यह देखकर मंत्री असमंजस में पड़ गए । उसके बाद राजा कृष्णदेवराय बोले, "सचमुच तेनालीराम, तुमने ठीक कहा आज में समझा कि न्याय करते समय राजा का मन बच्चे जैसा निर्मल होना चाहिए ।"
अगले ही दिन राजा ने उस सेवक को रिहा करवा दिया ।
1. सेवक क्या साफ कर रहा था ?
उत्तर : सेवक काँच का खूबसूरत मोर साफ कर रहा था ।
2. मोर किसे अधिक प्रिय था ?
उत्तर : मोर राजा कृष्णदेवराय को अधिक प्रिय था ।
3. राजा को मोर क्यों दिखाई नहीं दिया ?
उत्तर : राजा को मोर दिखाई नहीं दिया क्योंकि, उसे साफ करते समय गलती से वह सेवक के हाथ से गिरकर टूट गया था ।
4. राजा ने सेवक को क्या सजा दी ?
उत्तर : राजा ने सेवक को छ: महीने के लिए कारागार में डलवा दिया ।
5. तेनालीराम कौन था ?
उत्तर : तेनाली राम राजा कृष्णदेवराय के दरबार के मंत्री थे ।
6. तेनालीराम महाराज को कहाँ ले गए ?
उत्तर : तेनालीराम महाराज को पास के बाल उद्यान में ले गए ।
7. उद्यान में बच्चे क्या कर रहे थे ?
उत्तर : उद्यान मे बच्चे नाटक खेल रहे थे ।
8. खेत के मालिक ने राजा से क्या शिकायत की ?
उत्तर : खेत के मालिक ने राजा से शिकायत की, के एक व्यक्ति उसके खेत से गाजर और मुली उखाड़कर ले गया ।
9. राजा बने बच्चे ने चोर को क्यों माफ कर दिया ?
उत्तर : राजा बने बच्चे ने चोर को माफ कर दिया, क्योंकि उसने अपनी गलती मान ली थी ।
10. न्याय करते समय राजा का मन किसके जैसा होना चाहिए ?
उत्तर : न्याय करते समय राजा का मन बच्चे जैसा निर्मल होना चाहिए ।
11. तेनालीराम ने राजा को वह नाटक क्यों दिखाया ?
उत्तर : तेनालीराम ने राजा को वह नाटक दिखाया, क्योंकि वह उन्हें समझाना चाहते थे कि न्याय करते समय राजा का मन बालक जैसा निर्मल होना चाहिए ।
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