1. धरती की शान काव्य के कवि कौन है ?
उत्तर : पंडित भरत व्यासजी

2. इस गीत में कवि ने किसे सबसे बुद्धिमान बताया है ?
उत्तर :
इस गीत में कवि ने मनुष्य को सबसे बुद्धिमान बताया है ।

3. कवि के किसे धरती की शान कहा है ?
उत्तर :
मनुष्य को

4. मनुष्य की मुट्ठियों में क्या बंद है ?
उत्तर : मनुष्य की मुट्ठियों में तुफान बंद है ।

5. कवि मनुष्य को बड़ा...............मानते है ।

उत्तर : महान

6. मनुष्य क्या-क्या कर सकता है ?
उत्तर : मनुष्य यदि चाहे तो पहाड़ो को तोड़ सकता है । नदियों के प्रवाह को मोड़ सकता है । वह मिट्टी से अमृत निकाल सकता है ।

7. मनुष्य चाहे तो नदियों के..............को भी मोड़ दे ।
उत्तर :
मुख

8. मनुस्य अम्बर को किसके साथ जोड़ सकता है ?
उत्तर :
तारों के साथ

9. भगवान किसमें है ?
उत्तर :
भगवान मनुष्य की आत्मा में है ।

10. मनुष्य के नयनों में क्या है ?
उत्तर :
तेज

11. महाकाल किसमें छिपा है ?
उत्तर :
मनुष्य की छाती में महाकाल छिपा है ।

12. पृथ्वी के लाल तेरा .................सा भाल ।
उत्तर :
हिमगिरि

13. तांडव का ताल किसमें है ?
उत्तर :
मनुष्य की भृकुटी में तांडव का ताल है ।

14. कवि ने मनुष्य को क्या पहचानने के लिए कहा है ?
उत्तर :
कवि ने मनुष्य को उसकी शक्ति को पहचानने के लिऐ कहा है ।

15. मनुष्य की वाणी में किसका आह्वान है ?
उत्तर :
मनुष्य की वाणी में युग का आह्वान है ।

16. मनुष्य किसके समान धीर है ?
उत्तर :
धरती

17. मनुष्य को किसके समान वीर बताया है ?
उत्तर :
मनुष्य को अग्नि के समान वीर बताया है ।

18. मनुष्य किसको थाम सकता है ?
उत्तर :
मनुष्य यदि चाहे तो काल को थाम सकता है ।

19. पापों का....................रूके, पशुता का शीश झुके ।
उत्तर :
प्रलय

20. मनुष्य किसके समान गतिमान है ?
उत्तर :
पवन

21. मनुष्य की उड़ान किससे ऊँची है ?
उत्तर :
मनुष्य की उड़ान नभ से भी ऊँची है ।

22. मनुष्य के प्राण अमर क्यों है ?
उत्तर :
मनुष्य के प्राण अमर है, क्योंकि उसे अमरता का वरदान मिला है । उसकी आत्मा में स्वयं परमात्मा बैठा हुआ है ।

23. मनुष्य युग का आह्वान कैसे कर सकता है ?
उत्तर :
मनुष्य की वाणी में बहुत शक्ति है । उसके बल पर वह लोगों को प्रभावित कर उनके विचार बदल सकता है । वह लोगों को उनकी ताकत का एहसास करा सकता है । इस प्रकार मनुष्य अपनी वाणी के प्रभाव से युग का आह्वान कर सकता है ।

24. कवि ने मनुष्य को महान क्यों कहा है ?
उत्तर :
मनुष्य में अदभूत शक्तियाँ है । वह यदि उन्हें पहचान लें तो असंभव को भी संभव कर सकता है । उसकी आत्मा में स्वयं परमात्मा निवास करते है । मनुष्य का मस्तिष्क हिमालय के समान है । वह प्रकृत्ति को बहुत हद तक अपने अनुकूलन करने में सफल हुआ हे । उसकी भृकुटि में शिव के तांडव जैसा बल है । उसकी इन्हीं शक्तियों के कारण कविने उसे महान कहा है ।

25. मनुष्य यदि हिम्मत से काम ले तो क्या हो सकता है ?
उत्तर :
मनुष्य यदि हिम्मत से काम ले तो वह धरती पर फैलनेवाली बुराइयों को रोक सकता है और दुनिया में परिवर्तन कर सकता है ।

26. आप क्या-क्या कर सकते है ?
उत्तर :
मैं बहुत सारे कार्य कर सकता हूँ – जैसेकि मैं साइकिल चल सकता हूँ । क्रिकेट खेल सकता हूँ । बाज़ार से थोडा बहुत सामान ला सकता हूँ । पतंग उड़ा सकता हूँ ।

27. विविध क्षेत्रों में मनुष्य ने क्या-क्या प्रगति की है ?
उत्तर :
मनुष्य ने चिकित्सा क्षेत्र में तरह-तरह की दवाईयाँ और इलाज के साधन खोजे हैं । जिससे कई बड़े-बड़े रोगों से मनुष्य को बचाया जा सकता है । विद्युत से चलनेवाली मशीनों से उद्योगों के क्षेत्र में क्रांति सी आ गई है । यातायत के क्षेत्र में सुधार के कारण सुगमता से यात्रा की जा सकती है । संचार माध्यमों की खोज के कारण सरलता से एक-दुसरे से संपर्क कर सकते हैं । इसी वजह से मनुष्य महान है ।

28. अन्य जीवों से मनुष्य महान कैसे है ?
उत्तर :
अन्य जीवों की अपेक्षा मनुष्य के पास सोचने-समझने की विशेष बुद्धि है । उसके पास भाषा की शक्ति है । उसे वाणी का वरदान मिला है । अपनी बृद्धि के द्वारा उसने कई आविष्कार किए है । इसके बल पर ही उसने सभ्यता और संस्कृति का विकास किया है ।

29. निम्नलिखित काव्य-पंक्तियों का भावार्थ लिखिए :
(1) पृथ्वी के लाल तेरा हिमगिरि सा भाल,
तेरी भृकुटी में तांडव का ताल है ।
उत्तर :
हे पृथ्वी के पुत्र ! तेरे पास हिमालय के जैसा ऊँचे स्तर का दिमाग है । तू यदि क्रोध में अपनी भौंह तिरछी कर दे तो उससे वही प्रभाव होगा जो शिव के तांडव के ताल से होता है । तुझमें अनंत शक्ति है ।

(2) गुरू सा मतिमान, पवन सा तू गतिमान
तेरी नभ से भी ऊँची उड़ान है रे ।
उत्तर :
हे मनुष्य ! तेरे अंदर महान देवगुरू जैसी बुद्धिमता है और तू पवन की तरह गतिशील है । तुझमें आकाश से भी ऊँचे पहुँचने की शक्ति है । उससे भी ऊँची उड़ान तू भर सकता है ।

30. निम्नलिखित वाक्यों को पूर्ण कीजिए :
(1) मनुष्य चाहे तो काल को.........
उत्तर :
थाम ले ।

(2) मनुष्य चाहे तो धरती को............
उत्तर :
अम्बर से जोड़ दे ।

(3) मनुष्य चाहे तो माटी से .............
उत्तर :
अमृत निचोड़ दे ।

31. उचित जोड़ मिलाइए :

1. मनुष्य की आत्मा में

1. युग का आह्वान है ।

2. मनुष्य के नयनों में

2. महाकाल हे ।

3. मनुष्य की भृकुटी में

3. स्वयं भगवान है ।

4. मनुष्य की वाणी में

4. भूचाल है ।

5. मनुष्य की छाती में

5. ज्वाल है ।

 

6. तांडव का ताल है ।


उत्तर

1. – 3

2. – 5

3. – 6

4. – 1

5. – 2


32. निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उचारण कीजिए और शब्दकोश में से उनके अर्थ ढूँढकर बताइए :
(1) हृष्टपुष्ट : ..................
उत्तर :
तगड़ा

(2) अजनबी : ..............
उत्तर :
अनजान

(3) वृति : ................
उत्तर :
मनोस्थिति

(4) संवाद : ..............
उत्तर : बातचीत

(5) वेदांत : ..............
उत्तर :
ब्रह्मविद्या

(6) स्पष्ट : .................
उत्तर :
साफ-साफ

(7) शीघ्र : ............
उत्तर :
जल्दी

(8) मुक़द्दर : ..............
उत्तर :
नसीब

(9) जौहर : .............
उत्तर :
पराक्रम

(10) शागिर्द : ...............
उत्तर :
शिष्य

33. नीचे दिए गए शब्दों के विरूद्धार्थी शब्द देकर वाक्य में प्रयोग कीजिए :
उदाहरण : धरती

उत्तर : आकाश
वाक्य : पक्षी आकाश में उडं रहे हैं ।

(1) अमृत ....................
उत्तर :
विष
वाक्य : मीराबाई ने विषपान किया था ।

(2) वरदान ....................
उत्तर :
अभिशाप
वाक्य :
ऋषि-मुनि क्रोधित होकर दानवों को अभिशाप देते थे ।

(3) ऊँचा .................
उत्तर :
नीचा
वाक्य : चोरी पकड़ी जाने पर चोर का सिर नीचा हो गया ।

(4) पाप....................
उत्तर :
पुण्य
वाक्य : जरूरतमंद लोगों की मदद करना एक पुण्प का कार्य है ।

(5) जीवन ................

उत्तर : मृत्यु
वाक्य : भारतीय सैनिक मृत्यु से नहीं डरते ।

34. निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी लिखिए :
(1) शान : ..............
उत्तर :
गौरव

(2) धरती : .................
उत्तर :
वसुधा

(3) मुख : .................
उत्तर :
प्रवाह

(4) अम्बर : ..............
उत्तर :
गगन

(5) ज्वाल : .............
उत्तर :
अग्नि

(6) भूचाल : .............
उत्तर :
भूकंप

(7) भाल : ................
उत्तर :
कपाल

(8) भृकुटी : ...............
उत्तर :
भौंह

35. नीचे दिए गए शब्दों को शब्दकोश के क्रम में लिखिए :
तूफ़ान, वरदान, शीश, क्षति, आईना, झंकार
उत्तर :
आईना, क्षति, झंकार, तूफान, वरदान, शीश

36. ‘प्रदुषण’ विषय पर अपनी नोटबुक में निबंध लिखिए :
उत्तर :

                 प्रदुषण का अर्थ कई तरह के हानिकारक और जहरीले तत्वों का पर्यावरण में मिलना है । प्रदुषण पृथ्वी पर रहनेवाले जीवों के सामान्य जीवन को प्रभावित करता है और प्राकृतिक जीवन को बिगाड़ देता है ।
                प्रदुषण के कई प्रकार है, जैसे कि ध्वनि प्रदुषण, वायु प्रदुषण, भूमि प्रदुषण और जल प्रदुषण आदि । वाहनों की बढ़ती संख्या, जहरीलें गैसों के उत्सर्जन, कारखानों से निकलने वाले धुएँ आदि के कारण हमारे ग्रह पर वायु प्रदुषण दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है । इसी वायु प्रदुषण के कारण जिस हवा में हम सांस लेते है, उसके द्वारा हमें कई तरह की फेफड़ो की बीमारियाँ हो जाती है ।
                इसी तरह से भूमि और जल प्रदूषण पानी तथा भूमि में कई तरह के कीटाणु, जीवाणु और हानिकारक रसायन आदि मिलने के कारण उत्पन्न होता है । पीने के पानी में भी कई तरह के कीटनाशक, फंगस और थोरियम आदि मिलने के कारण जल प्रदूषण जैसी समस्या उत्पन्न होती है ।
                प्रदुषण की समस्या को रोकने के लिए सरकार को कई तरह के उपायों को अपनाने की आवश्यकता है । इसके लिए वाहनों के उपयोग को कम करने के साथ पानी की बचत करनी होगी तथा जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा ।

37. काव्य पंक्तियाँ पूर्ण कीजिए :
(1) तू जो चाहे ..............................भगवान है रे ।
उत्तर :
तू जो चाहे पर्वत पहाड़ो के फोड़ दे,
तू जो चाहे नदियों के मुख को भी मोड़ दे,
तू जो चाहे माटी से अमृत निचोढ़ दे,
तू जो चाहे धरती को अम्बर से जोड़ दे,
अमर तेरे प्राण, मिला तुझको वरदान
तेरी आत्मा में स्वयं भगवान है रे ।

(2) पापों का प्रलय..................उड़ान है रे ।
उत्तर :
पापों का प्रलय रूके, पशुता का शीश झुके,
तू जो अगर हिम्मत से काम ले,
गुरु सा मतिमान, पवन सा तु गतिमान,
तेरी नभ से भी ऊँची उड़ान है रे ।

38. रूपरेखा के आधार पर कहानी अपनी नोटबुक में लिखिए ।
एक चरवाहा – जंगल में बकरियाँ चराने जाना – एक बकरी का दूर चले जाना – भेड़िये का आना – बकरी को खाने की इच्छा – बकरी को गाना गाने की इच्छा – में-में करना – आवाज़ सुनकर चरवाहे का लाठी लेकर आना – भेड़िए का भाग जाना – बकरी की जान बचना – सीख । कहानी को उचित शीर्षक दीजिए ।
उत्तर :
बकरी की चालाकी
                    एक चरवाहा था । वह हररोज बकरियाँ चराने के लिए जंगल में जाता था । एक दिन बकरी घास चरते-चरते दूर निकल गई । उसने किसी के गुर्राने की आवाज़ सुनी । उसने देखा तो सामने एक भेड़िया खड़ा था ।
                    भेड़िये को बड़ी भूख लगी थी । उसने बकरी को खाने की इच्छा बताई । बकरी पहले तो बहुत घबरा गई । फिर उसने हिम्मत से काम लिया । बकरीने कहा कि - ‘‘आप मुझे भले ही खा जाए परंतु पहले आप मेरा एक गाना सुन लीजिए ।’’ भेड़िया गाना सुनने के लिए राजी हुआ ।
                    बकरी जोर-जोर से में-में करने लगी । उसकी आवाज़ सुनकर उसका मालिक चरवाहा लाठी लेकर वहाँ पहूँचा । उसे देखके भेड़िया वहाँ से भाग गया और बकरी की जान बच गई ।
सीख : मुसीबत में बुद्धिमानी से काम लेना चाहिए ।