(B) सुदर्शन ( बदरीनाथ शर्मा ) ✓
(C) शंकरदयाल शर्मा
(D) प्रेमचंद
2 . बाबा भारती को किसे देखकर आनंद आता था ?
उत्तर : बाबा भारती को अपने घोड़े को देखकर आनंद आता था ।
3. ........... से जो समय बचता , वह घोड़े को अर्पण हो जाता ।
उत्तर : भगवद् गीता
4. बाबा भारती अपने घोड़े को ......... कहते थे ।
उत्तर : सुलतान
उत्तर : भगवद् गीता
4. बाबा भारती अपने घोड़े को ......... कहते थे ।
उत्तर : सुलतान
5. बाबा भारती ने रूपया , ......... जमीन आदि सब कुछ छोड़ दिया था ।
उत्तर : माल-असबाब
6. बाबा भारती को क्या लगने लगा था ?
उत्तर : बाबा भारती को लगने लगा था कि वे सुलतान के बिना जीवित नहीं रह सकेंगे ।
7. बाबा भारती सुलतान की चाल के बारे में क्या कहते थे ?
उत्तर : बाबा भारती सुलतान की चाल के बारे में कहते थे कि , सुलतान ऐसे चलता है जैसे मोर बादल की घटा देख कर नाच रहा हो।
8. बाबा भारती अपना समय कैसे बिताते थे ।
उत्तर : बाबा भारती गांव के बाहर एक छोटे से मंदिर में रहते और भगवान का भजन करते थे । उन्होंने एक घोड़ा पाला था , जिसका नाम सुलतान रखा था । भगवद् भजन से जो समय बचता , वह घोड़े को अर्पण हो जाता । अपने हाथ से उसकी खरहरा करते , खुद दाना खिलाते थे । संध्या के समय जब तक सुलतान पर चढ़कर आठ - दस मील का चक्कर न लगा लेते , उन्हें चैन न आता था । इस प्रकार बाबा भारती अपना समय बिताते थे ।
9. खड्गसिंह कौन था ?
उत्तर : खड्गसिंह बाबा भारती के इलाके का कुख्यात डाकू था ।
10 . सुलतान को कीर्ति किसके कानों तक पहुंच गई थी ?
उत्तर : माल-असबाब
6. बाबा भारती को क्या लगने लगा था ?
उत्तर : बाबा भारती को लगने लगा था कि वे सुलतान के बिना जीवित नहीं रह सकेंगे ।
7. बाबा भारती सुलतान की चाल के बारे में क्या कहते थे ?
उत्तर : बाबा भारती सुलतान की चाल के बारे में कहते थे कि , सुलतान ऐसे चलता है जैसे मोर बादल की घटा देख कर नाच रहा हो।
8. बाबा भारती अपना समय कैसे बिताते थे ।
उत्तर : बाबा भारती गांव के बाहर एक छोटे से मंदिर में रहते और भगवान का भजन करते थे । उन्होंने एक घोड़ा पाला था , जिसका नाम सुलतान रखा था । भगवद् भजन से जो समय बचता , वह घोड़े को अर्पण हो जाता । अपने हाथ से उसकी खरहरा करते , खुद दाना खिलाते थे । संध्या के समय जब तक सुलतान पर चढ़कर आठ - दस मील का चक्कर न लगा लेते , उन्हें चैन न आता था । इस प्रकार बाबा भारती अपना समय बिताते थे ।
9. खड्गसिंह कौन था ?
उत्तर : खड्गसिंह बाबा भारती के इलाके का कुख्यात डाकू था ।
10 . सुलतान को कीर्ति किसके कानों तक पहुंच गई थी ?
(A) गाँववालों के
(B) डाकू खड़गसिंह के ✓
(C) राजा के
(D) इनमें से कोई नहीं
11. खड़गसिंह किसे देखने के लिए अधीर हो गया था ?
(B) डाकू खड़गसिंह के ✓
(C) राजा के
(D) इनमें से कोई नहीं
11. खड़गसिंह किसे देखने के लिए अधीर हो गया था ?
उत्तर : खड़गसिंह बाबा भारती के घोड़े सुलतान को देखने के लिए अधीर हो गया था।
12. खड़क सिंह बाबा भारती के पास क्यों आया?
उत्तर: खड़क सिंह ने बाबा भारती के घोड़े की कीर्ति सुनी थी उसे देखने की इच्छा से वह बाबा भारती के पास आया था।
13. बाबा भारती और खड़क से गौशाला में पहुंचे (✓ या ×)
उत्तर : ×
14. बाबा ने घोड़ा दिखाया ........ से , खड़गसिंह ने घोड़ा देखा .......... से।
उत्तर: घमंड,आश्चर्य
15. सुलतान को देखकर खड़गसिंह क्या सोचने लगा ?
उत्तर : सुलतान को देखकर खड़गसिंह सोचने लगा - भाग्य की बात है । ऐसा घोड़ा खड़गसिंह के पास होना चाहिए था । इस साधु को ऐसी चीजों से क्या लाभ ?
16. घोड़े की चाल देखकर खड़गसिंह के हृदय पर साँप लोट गया । ( ✓या x )
उत्तर: ✓
17. बाबा भारती को किसका डर लगने लगा ? क्यों ?
16. घोड़े की चाल देखकर खड़गसिंह के हृदय पर साँप लोट गया । ( ✓या x )
उत्तर: ✓
17. बाबा भारती को किसका डर लगने लगा ? क्यों ?
उत्तर : बाबा भारती को प्रतिक्षण खड़गसिंह का डर लगने लगा । क्योंकि , खड़गसिंह बाबा भारती के पास आकर उनके घोड़े सुलतान को देख गया था । आज तक उसने ऐसा घोड़ा नहीं देखा था । वह उसकी चाल पर मुग्ध हो गया था । जाते - जाते उसने कहा , " बाबाजी मैं यह घोड़ा आपके पास न रहने दूंगा । " उसके पास बाहुबल था और आदमी भी थे ।
18. बाबा भारती को रास्ते में कौन मिला ?
उत्तर : बाबा भारती को रास्ते में वृक्ष की छाया में पड़ा एक अपाहिज मिला ।
19. अपाहिज को कहाँ जाना था ?
(A) रामावाला ✓
(B) रामगढ़
(C) दुर्गापुर
(D) रामपुर
20. अपाहिज ने स्वयं को किसका सौतेला भाई बताया ?
(A) दुर्गादत्त हलवाई
(B) दुर्गादत्त नाई
(C) दुर्गादत्त वैद्य ✓
(D) इनमें से कोई नहीं
21. कॅगले को देखकर बाबा भारती ने घोड़ा क्यों रोक दिया ?
उत्तर : कंगले की आवाज़ में करुणा थी । उसे देखकर बाबा भारती को उस पर दया आ गई थी । इसलिए उन्होंने घोड़ा रोक दिया ।
22. खड़गसिंह ने सुलतान को कैसे प्राप्त किया ?
उत्तर : एक दिन संध्या समय बाबा भारती सुलतान की पीठ पर सवार होकर घूमने जा रहे थे । रास्ते में उन्होंने एक अपाहिज की करुणाभरी आवाज़ सुनी । उसने बाबा से रामावाला गाँव पहुँचाने की प्रार्थना की । उसे देख तरस खा कर बाबा ने उसे घोड़े पर बिठा लिया और स्वयं लगाम पकड़कर चलने लगे । अचानक उस अपाहिज ने झटका देकर उनके हाथ से लगाम छीन ली और घोड़ा ले भागा । वह अपाहिज और कोई नहीं , डाकू खड़गसिंह ही था । इस प्रकार खड़गसिंह ने सुलतान को प्राप्त किया ।
23. सुलतान पर सवार खड़गसिंह ने बाबा भारती से क्या कहा ?
उत्तर : सुलतान पर सवार खड़गसिंह ने बाबा भारती से कहा , " बाबाजी , यह घोड़ा अब न दूंगा । "
24. बाबा भारती ने खड़गसिंह से क्या प्रार्थना की ?
उत्तर : बाबा भारती ने खड़गसिंह से प्रार्थना की , ' इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना । किसी को यह मत बताना कि सुलतान को कैसे प्राप्त किया । '
25. " इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना " ऐसा बाबा भारती ने क्यों कहा ?
उत्तर : " इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना । " ऐसा बाबा भारती ने कहा क्योंकि , वे संत पुरुष थे । दीन - दुःखि के लिए उनके हृदय में करुणा थी । उन्हें लगा कि खड़गसिंह की धोखेबाजी का पता लोगों को लग जाएगा , तो वे किसी गरीब या दुखी पर विश्वास नहीं करेंगे । कोई किसी अपाहिज की सहायता नहीं करेगा । यही सोचकर उन्होंने खड़गसिंह से प्रार्थना की पता न चलें ।
26. खड़गसिंह को बाबा भारती देवता के समान क्यों लगे ?
उत्तर : खड़गसिंह को बाबा भारती देवता के समान लगे , क्योंकि उन्हें अपनी हानि की नहीं , गरीबों को हानि की चिता थी ।
27. खड्गसिंह का हृदय परिवर्तन क्यों हुआ ?
उत्तर : बाबा भारती ने खड़गसिंह से प्रार्थना की कि इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना । " लोगों को अगर इस घटना का पता लग गया , तो वे किसी गरीब का विश्वास न करेंगे । " उनके ये शब्द खड़गसिंह के कानों में गूंजते रहे । उसे लगा बाबा भारती मनुष्य नहीं देवता है उन्हें स्वयं की हानि कि नहीं गरीबों के नुकसान की चिंता है ऐसे व्यक्ति को धोखा देना ठीक नहीं है उन्हें उनका घोड़ा लौटा देना चाहिए। इस प्रकार खड़क सिंह का ह्रदय परिवर्तन हुआ।
28. रात्रि का ........ प्रहर बीत चुका था ।
उत्तर: तीसरा
29 . घोड़े ने अपने स्वामी के पाँवों की ......... को पहचान लिया ।
उत्तर: चाप
30. बाबा भारती के आश्चर्य का ठिकाना क्यों न रहा ?
18. बाबा भारती को रास्ते में कौन मिला ?
उत्तर : बाबा भारती को रास्ते में वृक्ष की छाया में पड़ा एक अपाहिज मिला ।
19. अपाहिज को कहाँ जाना था ?
(A) रामावाला ✓
(B) रामगढ़
(C) दुर्गापुर
(D) रामपुर
20. अपाहिज ने स्वयं को किसका सौतेला भाई बताया ?
(A) दुर्गादत्त हलवाई
(B) दुर्गादत्त नाई
(C) दुर्गादत्त वैद्य ✓
(D) इनमें से कोई नहीं
21. कॅगले को देखकर बाबा भारती ने घोड़ा क्यों रोक दिया ?
उत्तर : कंगले की आवाज़ में करुणा थी । उसे देखकर बाबा भारती को उस पर दया आ गई थी । इसलिए उन्होंने घोड़ा रोक दिया ।
22. खड़गसिंह ने सुलतान को कैसे प्राप्त किया ?
उत्तर : एक दिन संध्या समय बाबा भारती सुलतान की पीठ पर सवार होकर घूमने जा रहे थे । रास्ते में उन्होंने एक अपाहिज की करुणाभरी आवाज़ सुनी । उसने बाबा से रामावाला गाँव पहुँचाने की प्रार्थना की । उसे देख तरस खा कर बाबा ने उसे घोड़े पर बिठा लिया और स्वयं लगाम पकड़कर चलने लगे । अचानक उस अपाहिज ने झटका देकर उनके हाथ से लगाम छीन ली और घोड़ा ले भागा । वह अपाहिज और कोई नहीं , डाकू खड़गसिंह ही था । इस प्रकार खड़गसिंह ने सुलतान को प्राप्त किया ।
23. सुलतान पर सवार खड़गसिंह ने बाबा भारती से क्या कहा ?
उत्तर : सुलतान पर सवार खड़गसिंह ने बाबा भारती से कहा , " बाबाजी , यह घोड़ा अब न दूंगा । "
24. बाबा भारती ने खड़गसिंह से क्या प्रार्थना की ?
उत्तर : बाबा भारती ने खड़गसिंह से प्रार्थना की , ' इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना । किसी को यह मत बताना कि सुलतान को कैसे प्राप्त किया । '
25. " इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना " ऐसा बाबा भारती ने क्यों कहा ?
उत्तर : " इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना । " ऐसा बाबा भारती ने कहा क्योंकि , वे संत पुरुष थे । दीन - दुःखि के लिए उनके हृदय में करुणा थी । उन्हें लगा कि खड़गसिंह की धोखेबाजी का पता लोगों को लग जाएगा , तो वे किसी गरीब या दुखी पर विश्वास नहीं करेंगे । कोई किसी अपाहिज की सहायता नहीं करेगा । यही सोचकर उन्होंने खड़गसिंह से प्रार्थना की पता न चलें ।
26. खड़गसिंह को बाबा भारती देवता के समान क्यों लगे ?
उत्तर : खड़गसिंह को बाबा भारती देवता के समान लगे , क्योंकि उन्हें अपनी हानि की नहीं , गरीबों को हानि की चिता थी ।
27. खड्गसिंह का हृदय परिवर्तन क्यों हुआ ?
उत्तर : बाबा भारती ने खड़गसिंह से प्रार्थना की कि इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना । " लोगों को अगर इस घटना का पता लग गया , तो वे किसी गरीब का विश्वास न करेंगे । " उनके ये शब्द खड़गसिंह के कानों में गूंजते रहे । उसे लगा बाबा भारती मनुष्य नहीं देवता है उन्हें स्वयं की हानि कि नहीं गरीबों के नुकसान की चिंता है ऐसे व्यक्ति को धोखा देना ठीक नहीं है उन्हें उनका घोड़ा लौटा देना चाहिए। इस प्रकार खड़क सिंह का ह्रदय परिवर्तन हुआ।
28. रात्रि का ........ प्रहर बीत चुका था ।
उत्तर: तीसरा
29 . घोड़े ने अपने स्वामी के पाँवों की ......... को पहचान लिया ।
उत्तर: चाप
30. बाबा भारती के आश्चर्य का ठिकाना क्यों न रहा ?
उत्तर : बाबा भारती के आश्चर्य का ठिकाना न रहा , जब उन्होंने देखा कि अपाहिज घोड़े की पीठ पर तनकर बैठा है और घोड़े को दौडाए लिए जा रहा है । वह अपाहिज और कोई नहीं खड़गसिंह था ।
31. बाबा भारती सुलतान से किस प्रकार मिले ?
31. बाबा भारती सुलतान से किस प्रकार मिले ?
उत्तर : जिस प्रकार कोई पिता बहुत दिनों के बिछुड़े हुए पुत्र से मिल रहा हो , उसी प्रकार बाबा भारती सुलतान से मिले ।
32. घोड़े को वापस आया देखकर बाबा भारती ने घोड़े से कैसा वर्ताव किया ?
उत्तर : घोड़े को वापस आया देखकर बाबा भारती की खुशी का ठिकाना न रहा । वे उसके गले से लिपटकर इस प्रकार रोने लगे , मान कोई पिता बहुत दिनों के बिछुड़े हुए पुत्र से मिल रहा हो । वे बार - बार उसकी पीठ पर हाथ फेरते , उसके मुंह पर थपकियाँ दे घोड़े की वापसी पर संतोष प्रकट करते हुए वे बोले , " अब कोई गरीबों की सहायता से मुँह नहीं मोड़ेगा । "
35. टिप्पणी अपनी नोटबुक में लिखिए :
( 1 ) बाबा भारती की महानता
32. घोड़े को वापस आया देखकर बाबा भारती ने घोड़े से कैसा वर्ताव किया ?
उत्तर : घोड़े को वापस आया देखकर बाबा भारती की खुशी का ठिकाना न रहा । वे उसके गले से लिपटकर इस प्रकार रोने लगे , मान कोई पिता बहुत दिनों के बिछुड़े हुए पुत्र से मिल रहा हो । वे बार - बार उसकी पीठ पर हाथ फेरते , उसके मुंह पर थपकियाँ दे घोड़े की वापसी पर संतोष प्रकट करते हुए वे बोले , " अब कोई गरीबों की सहायता से मुँह नहीं मोड़ेगा । "
35. टिप्पणी अपनी नोटबुक में लिखिए :
( 1 ) बाबा भारती की महानता
उत्तर : बाबा भारती एक बड़े सदाचारी संत थे । उनका हृदय विशाल था और उनके विचार उच्च सेवा करना थे । उनके हृदय में दीन - दुःखियों के लिए अपार करुणा थी । दीन - दुखियों की सेवा करना वे अपना कर्तव्य समझते थे । उन्हें गरीबों और दीन - दुःखियों की हानि की अधिक चिंता थी । इसीलिए उन्होंने खड़गसिंह से घोड़े को छलपूर्वक लेने की बात किसी के सामने प्रकट न करने की प्रार्थना की । बाबा भारती के ऊंचे विचारों ने खड़गसिंह जैसे का हृदय - परिवर्तन कर दिया । अपनी हार को भी जीत में बदल देनेवाले बाबा भारती सचमुच एक महान इंसान थे ।
( 2 ) खड़गसिंह
उत्तर : खड़गसिंह अपने इलाके का कुख्यात डाकू था । खड़गसिंह ने बाबा भारती के घोड़े सुलतान की कीर्ति सुनी तब उसका हृदय घोड़े को देखने के लिए अधिर हो ऊठा । सुलतान की चाह खड़गसिंह को बाबा भारती तक खींच लाई। वह उसकी चाल पर लटू हो गया । उसने बाबा से वह घोड़े को ले जाने की बात कही । उसने अपाहिज बनकर धोखे से सुलतान को हासिल कर लिया , लेकिन बाबा भारती के ऊँचे विचारों ने उसका हृदय - परिवर्तन कर दिया और उससे सुलतान को वापस लौटा दिया ।
36. किसने , किससे कहा ? सही उत्तर पर ✓ कीजिए :
36. किसने , किससे कहा ? सही उत्तर पर ✓ कीजिए :
( 1 ) " दुर्गादत्त वैद्य का नाम सुना होगा । उनका सौतेला भाई हूँ । "
- अपाहिज ने बाबा भारती से ✓
- बाबा भारती ने अपाहिज से
- बाबा भारती ने अपाहिज से
( 2 ) " लोगों को अगर इस घटना का पता लग गया , तो वे किसी गरीब का विश्वास न करेंगे "।
- बाबा भारती ने खड़गसिंह से ✓
- खड़गसिंहने बाबा भारती
37. दिए गए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए :
( 1 ) सुंदर x ............................
- बाबा भारती ने खड़गसिंह से ✓
- खड़गसिंहने बाबा भारती
37. दिए गए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए :
( 1 ) सुंदर x ............................
उत्तर : कदरूपा
( 2 ) जमीन x ............................
( 2 ) जमीन x ............................
उत्तर : आसमान
( 3 ) संध्या x............................
( 3 ) संध्या x............................
उत्तर : प्रात :
( 4 ) गरीब x ............................
( 4 ) गरीब x ............................
उत्तर : अमीर
( 5 ) विश्वास x............................
( 5 ) विश्वास x............................
उत्तर : अविश्वास
( 6 ) लघु x ............................
( 6 ) लघु x ............................
उत्तर : विशाल
38. दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग जोड़कर नए शब्द बनाइए : ( प्रति , निर )
( 1 ) प्रति + दिन = ............................
38. दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग जोड़कर नए शब्द बनाइए : ( प्रति , निर )
( 1 ) प्रति + दिन = ............................
उत्तर : प्रतिदिन
( 2 ) निर् + आधार = ............................
( 2 ) निर् + आधार = ............................
उत्तर : निराधार
( 3 ) निर् + मूल = ............................
( 3 ) निर् + मूल = ............................
उत्तर : निर्मूल
( 4 ) प्रति कूल = ............................
( 4 ) प्रति कूल = ............................
उत्तर : प्रतिकूल
( 5 ) निर् + जल = ............................
( 5 ) निर् + जल = ............................
उत्तर : निर्जल निर् + दोष =
39. निर्दोष दिए गए शब्दों में प्रत्यय जोड़कर नए शब्द बनाइए : ( इक , त्व )
( 1 ) मुख + इक = ............................
39. निर्दोष दिए गए शब्दों में प्रत्यय जोड़कर नए शब्द बनाइए : ( इक , त्व )
( 1 ) मुख + इक = ............................
उत्तर : मौखिक
( 2 ) मनुष्य + त्व = ............................
( 2 ) मनुष्य + त्व = ............................
उत्तर : मनुष्यत्व
( 3 ) भुत + इक = ............................
( 3 ) भुत + इक = ............................
उत्तर : भौतिक
( 4 ) मम + त्व = ............................
( 4 ) मम + त्व = ............................
उत्तर : ममत्व
( 5 ) समाज + इक = ............................
( 5 ) समाज + इक = ............................
उत्तर : सामाजिक
( 6 ) सम + त्व = ............................
( 6 ) सम + त्व = ............................
उत्तर : समत्व
40. निम्नलिखित वाक्यों में से विशेषण पहचानकर उनका अन्य वाक्यों में प्रयोग कीजिए :
जैसे- खड़गसिंह इस इलाके का कुख्यात डाकू था ।
विशेषण : कुख्यात
वाक्य : कुख्यात आदमी से लोग डरते हैं ।
( 1 ) कहते हैं , देखने में भी बड़ा सुंदर है ।
विशेषण : सुंदर
वाक्य: बाग में सुंदर फूल खिलते हैं ।
( 2 ) परंतु ऐसा बाँका घोड़ा उसकी आँखों से कभी न गुज़रा था ।
विशेषण : बाँका
वाक्य: बाघ एक बाँका प्राणी है ।
( 3 )बाबा भारती ने तंडे जल से स्नान किया।
विशेषण : ठंडे
वाक्य: स्वयंसेवकों ने सभी पदयात्रियों को ठंडा पानी पिलाया ।
( 4 ) अपने प्यारे घोड़े से लिपटकर रोने लगे ।
विशेषण : प्यारे
वाक्य : महेन्द्र अपने प्यारे मित्र की मदद के लिए तुरंत पहुंच गया ।
( 5 ) बाबा भारती प्रसिद्ध साधु थे ।
विशेषण : प्रसिद्ध
वाक्य: मुंबई प्रसिद्ध शहर है ।
40. निम्नलिखित वाक्यों में से विशेषण पहचानकर उनका अन्य वाक्यों में प्रयोग कीजिए :
जैसे- खड़गसिंह इस इलाके का कुख्यात डाकू था ।
विशेषण : कुख्यात
वाक्य : कुख्यात आदमी से लोग डरते हैं ।
( 1 ) कहते हैं , देखने में भी बड़ा सुंदर है ।
विशेषण : सुंदर
वाक्य: बाग में सुंदर फूल खिलते हैं ।
( 2 ) परंतु ऐसा बाँका घोड़ा उसकी आँखों से कभी न गुज़रा था ।
विशेषण : बाँका
वाक्य: बाघ एक बाँका प्राणी है ।
( 3 )बाबा भारती ने तंडे जल से स्नान किया।
विशेषण : ठंडे
वाक्य: स्वयंसेवकों ने सभी पदयात्रियों को ठंडा पानी पिलाया ।
( 4 ) अपने प्यारे घोड़े से लिपटकर रोने लगे ।
विशेषण : प्यारे
वाक्य : महेन्द्र अपने प्यारे मित्र की मदद के लिए तुरंत पहुंच गया ।
( 5 ) बाबा भारती प्रसिद्ध साधु थे ।
विशेषण : प्रसिद्ध
वाक्य: मुंबई प्रसिद्ध शहर है ।
41.मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्य - प्रयोग करें :
( 1 ) लट्टू होना
( 1 ) लट्टू होना
उत्तर : मोहित होना
वाक्य : दर्शक गण नाटककार के अभिनय पर लटू हो गए ।
( 2 ) फूला न समाना
वाक्य : दर्शक गण नाटककार के अभिनय पर लटू हो गए ।
( 2 ) फूला न समाना
उत्तर : अति प्रसन्न होना
वाक्य : परिणामपत्रक देखकर मैं फूला नहीं समाया ।
( 3 ) आँख नीची होना
वाक्य : परिणामपत्रक देखकर मैं फूला नहीं समाया ।
( 3 ) आँख नीची होना
उत्तर : लज्जित होना
वाक्य : बच्चों की गलती पर माता - पिता की आँखें नीची हो जाती हैं ।
( 4 ) फूट - फूट कर रोना
वाक्य : बच्चों की गलती पर माता - पिता की आँखें नीची हो जाती हैं ।
( 4 ) फूट - फूट कर रोना
उत्तर : बहुत रोना
वाक्य : खिलौना टूट जाने पर महेश फूट - फूट कर रोने लगा ।
( 5 ) साँप लोटना
वाक्य : खिलौना टूट जाने पर महेश फूट - फूट कर रोने लगा ।
( 5 ) साँप लोटना
उत्तर : ईर्ष्या होना
वाक्य : दूसरों की सफलता देखकर स्वार्थी व्यक्ति के कलेजे पर साँप लोटने लगते हैं ।
( 6 ) सिर मारना
वाक्य : दूसरों की सफलता देखकर स्वार्थी व्यक्ति के कलेजे पर साँप लोटने लगते हैं ।
( 6 ) सिर मारना
उत्तर : अत्यधिक मानसिक परिश्रम करना
वाक्य : गणित के सवाल हल करने में सिर मारना पड़ता है।
( 7 ) कानों तक पहुंचना
वाक्य : गणित के सवाल हल करने में सिर मारना पड़ता है।
( 7 ) कानों तक पहुंचना
उत्तर : किसी बात के बारे में ज्ञात होना।
वाक्य : सुलतान को कीर्ति खड्गसिंह के कानों तक पहुंच गई ।
( 9 ) आश्चर्य का ठिकाना न रहना
वाक्य : सुलतान को कीर्ति खड्गसिंह के कानों तक पहुंच गई ।
( 9 ) आश्चर्य का ठिकाना न रहना
उत्तर : बहुत आचर्य होना
वाक्य : ईनाम में साइकिल मिलने पर मेरे आश्चर्य का ठिकाना न रहा ।
43. दिए गए शब्दों की सहायता से रिक्त स्थान भरिए :
वाक्य : ईनाम में साइकिल मिलने पर मेरे आश्चर्य का ठिकाना न रहा ।
43. दिए गए शब्दों की सहायता से रिक्त स्थान भरिए :
( 1 ) खड़गसिंह उस इलाके का ........ डाकू था ।( प्रसिद्ध , कुख्यात )
उत्तर: कुख्यात
( 2 ) अपनी वस्तु को प्रशंसा दूसरों के मुख से सुनने के लिए उनका हृदय ....... हो गया था । ( धीर , अधीर )
उत्तर: अधीर
42. एक दिन बादशाह अकबर ने अपने दरबारियों से पूछा , “ बताओ दुनिया में सबसे अधिक प्रभावशाली कौन है ? " दरबारियों का जवाब क्या होगा और बीरबल ने क्या कहा होगा ? कहानी आगे बढ़ाइए । ( एवं अपनी नोटबुक में लिखिए ।)
उत्तर : एक दिन बादशाह अकबर ने अपने दरबारियों से पूछा , " बताओ दुनिया में सबसे अधिक प्रभावशाली कौन है ? " इस प्रश्न के उत्तर में एक दरबारी ने हाथी को सबसे शक्तिशाली बताया तो किसीने शेर को । इस तरह दरबारियों ने अलग - अलग जवाब दिये । जब इसका उत्तर देने के लिए बीरबल से कहा गया , तब उसने सूरज को सबसे अधिक प्रभावशाली बताया । अकबर ने पूछा , " कैसे ? " तब उत्तर में बीरबल ने एक कहानी सुनाई ।
एक बार हवा , पानी और सूरज में झगड़ा हुआ । तीनों स्वयं को प्रभावशाली बता रहे थे । एक देवदूत ने उन तीनों की बातें सुनी । उसने कहा , “ देखो , वह मुसाफिर कोट पहने जा रहा है । जो उसका कोट उतरवा दे , वही सबसे अधिक प्रभावशाली है । "
सबसे पहले हवा तेज़ चलने लगी । यात्री का कोट फडडफड़ाने लगा । उसने हाथ से कोट को पकड़ रखा । आखिर हवा उसका कोट नहीं उतार सकी। पानी ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू किया । जोर की बारिश होने लगी । मुसाफिर भीग गया। पर उसने कोट नहीं निकाला। अंत में सूरज की बारी आई। इतनी तेज धूप निकली कि मुसाफिर गर्मी सहन न कर सका। वह पसीना पसीना हो गया। परेशान होकर उसने कोट उतार दिया। सबने सूरज के प्रभाव को मान लिया ।
बादशाह ने भी बीरबल की बात का स्वीकार और समर्थन किया।
उत्तर: कुख्यात
( 2 ) अपनी वस्तु को प्रशंसा दूसरों के मुख से सुनने के लिए उनका हृदय ....... हो गया था । ( धीर , अधीर )
उत्तर: अधीर
42. एक दिन बादशाह अकबर ने अपने दरबारियों से पूछा , “ बताओ दुनिया में सबसे अधिक प्रभावशाली कौन है ? " दरबारियों का जवाब क्या होगा और बीरबल ने क्या कहा होगा ? कहानी आगे बढ़ाइए । ( एवं अपनी नोटबुक में लिखिए ।)
उत्तर : एक दिन बादशाह अकबर ने अपने दरबारियों से पूछा , " बताओ दुनिया में सबसे अधिक प्रभावशाली कौन है ? " इस प्रश्न के उत्तर में एक दरबारी ने हाथी को सबसे शक्तिशाली बताया तो किसीने शेर को । इस तरह दरबारियों ने अलग - अलग जवाब दिये । जब इसका उत्तर देने के लिए बीरबल से कहा गया , तब उसने सूरज को सबसे अधिक प्रभावशाली बताया । अकबर ने पूछा , " कैसे ? " तब उत्तर में बीरबल ने एक कहानी सुनाई ।
एक बार हवा , पानी और सूरज में झगड़ा हुआ । तीनों स्वयं को प्रभावशाली बता रहे थे । एक देवदूत ने उन तीनों की बातें सुनी । उसने कहा , “ देखो , वह मुसाफिर कोट पहने जा रहा है । जो उसका कोट उतरवा दे , वही सबसे अधिक प्रभावशाली है । "
सबसे पहले हवा तेज़ चलने लगी । यात्री का कोट फडडफड़ाने लगा । उसने हाथ से कोट को पकड़ रखा । आखिर हवा उसका कोट नहीं उतार सकी। पानी ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू किया । जोर की बारिश होने लगी । मुसाफिर भीग गया। पर उसने कोट नहीं निकाला। अंत में सूरज की बारी आई। इतनी तेज धूप निकली कि मुसाफिर गर्मी सहन न कर सका। वह पसीना पसीना हो गया। परेशान होकर उसने कोट उतार दिया। सबने सूरज के प्रभाव को मान लिया ।
बादशाह ने भी बीरबल की बात का स्वीकार और समर्थन किया।
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